दुबई, 26 दिसंबर, अपनी बर्बरता के लिए पहचाने जाने वाले आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने गैर मुस्लिमों के अंगों को जबरन निकालकर उनका जरुरतमंद मुस्लिमों में प्रत्यारोपण करने का फतवा जारी किया है। रूसी संवाद समिति स्पूतनिक के अनुसार संवाद समिति‘ रायटर ’ के पास फतवा के दस्तावेज हैं। पूर्वी सीरिया में आईएस के ठिकाने पर अमेरिका के हमले के दौरान फतवे का यह दस्तावेज बरामद किया गया। अमेरिकी सेना ने आईएस की शोध और फतवा समिति के इन दस्तावेजों का अनुवाद किया, जिसमें लिखा हुआ है कि आईएस गैर मुस्लिमों के अंगों को जबरन निकालकर उन्हें जरुरतमंद मुस्लिमों को देने का आदेश देता है चाहे इससे उन गैर मुस्लिमों की मौत ही क्यों न हो जाएं , जिनके अंग निकाले गए।
31 जनवरी 2015 की तारीख वाले इन दस्तावेजों में एक बंधक के जबरन अंग निकालकर उसका इस्तेमाल किसी मुस्लिम व्यक्ति की जान बचाने के लिए करने की अनुमति दी गई है। इसमें कहा गया है कि गैर मुस्लिम व्यक्ति का जीवन और अंग सम्मान के योग्य नहीं है। दस्तावेजों में गैर मुस्लिमों की व्याख्या नहीं की गई है लेकिन आईएस गैर मुस्लिमों के साथ-साथ शिया मुस्लिमों को निशाना बनाता रहा है। साथ ही उन सुन्नी मुस्लिमों पर भी हमले करता है जो उसकी चरमपंथी विचारधारा को नहीं मानते।

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