यरुशलम, 19 जनवरी, भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इजरायल के साथ अपने देश के संबंधों के महत्व पर जोर देते हुए इजरायल से भारत की अर्थव्यवस्था में दीर्घकालीन निवेश का प्रस्ताव किया है । श्रीमती स्वराज ने कल यहां भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को और आगे बढ़ाने के लिए आर्थिक संबंधों को व्यापक बनाना आवश्यक है । उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच अब तक व्यापारिक संबंध रहा है किन्तु अब इसका विस्तार निवेश मैन्यूफैक्चरिंग तथा सेवाओं तक करना आवश्यक है । उन्होंने कहा कि भारत को गंगा की सफाई स्मार्ट सिटी , डिजिटल इंडिया अभियान में इजरायल की विशेषज्ञता की जरुरत है ।
उन्होंने कहा कि इजरायल को अब व्यापार से आगे बढ़कर भारतीय अर्थव्यवस्था में निवेश के लिए आगे आना चाहिए और उद्योगों में वस्तुओं का संयुक्त उत्पादन शुरू करना चाहिए । सेवाओं के क्षेत्र में दोनों देशों की साझेदारी शुरू की जा सकती है । उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच 1992 में राजनयिक संबंध कायम होने के बाद से दोनों के बीच रक्षा के क्षेत्र में दोनों देशों की साझेदारी शुरू की जा सकती है । उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच 1992 में राजनयिक संबंध कायम होने के बाद से दोनों के बीच रक्षा के बाद से दोनों के बीच रक्षा के क्षेत्र में सहयोग काफी अधिक बढ़ा है । कृषि के क्षेत्र में भी दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ा है । उन्होंने कहा कि हमें खुशी है कि दोनों देश शिक्षा विज्ञान तथा टेक्नालाजी के क्षेत्र में भी अपने सहयोग का विस्तार कर रहे हैं ।

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