पटना 12 जनवरी, बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव के बदले पिता श्री लालू प्रसाद यादव का इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान(आई जी आई एम एस) के निरीक्षण का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि अब ममता कार्यकर्ताओं को सेवा पर रखने के संबंध में दरभंगा के सिविल सर्जन को फोन पर दिये गये उनके आदेश ने राज्य में राजनीति को फिर से गरमा दिया है । दरभंगा के सिविल सर्जन श्रीराम सिंह ने कल दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक को पत्र लिखकर कहा है कि राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने उन्हें दूरभाष पर ममता कार्यकर्ताओं को वापस काम पर रखने का निर्देश दिया है और पूछा है कि अस्पताल में प्रसव के लिये आयी महिलाओं को ममता कार्यकर्ताओं की सेवा से क्यों वंचित रखा जा रहा है । श्री सिंह ने पत्र में कहा है कि इस विषय पर आवश्यक निर्णय लेते हुए उन्हें अवगत करायें ताकि वह इस बारे में श्री यादव को भी सूचित कर सकें । उन्होंने पत्र की प्रति दरभंगा के जिलाधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव , राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को भी भेजी है। मीडिया में इस बारे में खबर आने पर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बताना चाहिए कि श्री यादव किस हैसियत से स्वास्थ्य विभागों के कामों में दखल दे रहे हैं । उन्होंने कहा कि बिहार में सत्ता के दो केन्द्र बन गये हैं । श्री नीतीश कुमार के सिर पर ताज है लेकिन राज श्री लालू प्रसाद यादव चला रहे हैं
हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि वह पहले से ही कहते रहे हैं कि श्री नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे देना चाहिए । श्री कुमार सिर्फ नाम के लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी पर हैं वास्तव में महागठबंधन की सरकार श्री यादव ही चला रहे हैं । उन्होंने कहा कि राज्य में कानून का राज और सुशासन समाप्त हो गया है । इससे श्री कुमार की ही बदनामी हो रही है । उधर श्री लालू प्रसाद यादव ने इस संबंध में पूछे जाने पर स्वीकार किया कि उन्होंने सिविल सर्जन को फोन किया था । उन्होंने कहा कि ममता कार्यकर्ताओं ने गुहार लगायी थी कि उनको काम से वंचित किया गया है । उनके पास कोई गुहार लगाता है तो वह उसे न्याय दिलाने के लिये अधिकारियों को जनप्रतिनिधि होने के नाते पहले भी फोन करते रहे हैं, इसमें कहां कोई गलती है । उन्होंने कहा कि विपक्ष इसको लेकर राजनीति करता रहे लेकिन वह लोगों के हक के लिये काम करते रहेंगे । गौरतलब है कि इससे पूर्व तीन जनवरी को भी श्री यादव ने आई जी आई एम एस का दौरा किया था और वहां डाक्टरों को बेहतर सेवा के संबंध में निर्देश दिये थे । इस मामले को लेकर भी विपक्ष ने नीतीश सरकार को घेरा था ।

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