गुवाहाटी, 19 जनवरी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने असम विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आज घोषणा की कि असम के कुछ समुदायों को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की लंबे समय से की जा रही मांग को मंजूरी देने का काम अंतिम चरण में है। श्री मोदी ने बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र जिला(बीटीएडी) के कोकाराझार स्थित मुख्यालय में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारत के महापंजीयक और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग ने इन समुदायों को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की अनुशंसा कर दी है तथा मंत्रिमंडल जल्द ही इसे मंजूरी दे देगी, जिसके बाद इसे संसद में पेश किया जाएगा। हालांकि उन्होंने बीटीएडी के लिए एक हजार करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा नहीं की। श्री मोदी ने अधिक प्रशासनिक और अकादमिक स्वायत्तता के लिए कोकराझार के केन्द्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान को उन्नत करने की घोषणा भी की।
उन्होंने कहा कि असम के निचले इलाके में रूपसी हवाई अड्डे का संचालन फिर से शुरू किया जाएगा। साथ ही स्यालदह-गुवाहाटी कंजनजंगा एक्सप्रेस अब दक्षिण असम के सिलचर तक चलेगी। उन्होंने ‘एक्ट ईस्ट’ नीति और पूर्वोत्तर में काम कर रहे पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास के मंत्रालय के अधिकारियों की कार्यप्रणाली का भी जिक्र किया। कांग्रेस पर हमला बोलते हुए श्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने राज्य में सत्ता में रहते हुए 15 साल तक और राज्यसभा में असम से सांसद डॉ मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री रहते हुए दस वर्ष तक क्या किया। उन्होंने राज्य में कांग्रेस की पराजय के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ आने के प्रयासों की प्रशंसा की और कहा कि असम में शांति और समृद्धि के लिए भाजपा इन ताकतों के साथ मिलकर काम करेगी।

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