267 अंक लुढ़ककर सेंसेक्स 20 महीने के निचले स्तर पर - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 18 जनवरी 2016

267 अंक लुढ़ककर सेंसेक्स 20 महीने के निचले स्तर पर

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मुंबई 18 जनवरी, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के साल 2003 के बाद के निचले स्तर पर आने से तमाम एशियाई बाजारों समेत घरेलू शेयर बाजार भी एक प्रतिशत से ज्यादा लुढ़ककर 20 महीने के निचले स्तर पर आ गये। बीएसई का सेंसेक्स 1.09 प्रतिशत यानि 266.67 अंक गिरकर 16 मई 2014 के बाद के निचले स्तर 24188.37 अंक पर आ गया। उल्लेखनीय है कि 16 मई 2014 को ही 16वीं लोकसभा के चुनाव परिणाम घोषित हुये थे जिसमें नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन बड़े बहुमत से जीता था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 1.17 फीसदी अर्थात् 86.80 अंक फिसलकर 30 मई 2014 के बाद के निचले स्तर 7351 अंक पर रहा। बिकवाली का दबाव इस कदर रहा कि बीएसई में 2867 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ जिनमें सिर्फ 329 बढ़त बना सकीं। 2399 कंपनियों के शेयर गिरकर बंद हुये, जबकि 139 के अपरिवर्तित रहे। छोटी और मझौली कंपनियों में भारी बिकवाली रही। बीएसई का स्मॉलकैप 4.05 प्रतिशत तथा मिडकैप 2.72 फीसदी लुढ़ककर क्रमश: 10345.81 अंक और 10062.35 अंक पर रहा। एनएसई में 1439 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ जिनमें 1307 गिरावट में, 109 बढ़त में और 23 स्थिर बंद हुईं। 

अंतर्राष्ट्रीय बाजार में ईरान के तेल निर्यात पर शनिवार को पश्चिमी देशों के प्रतिबंध हटा लेने के बाद आज बाजार खुलते ही कच्चे तेल की बेंचमार्क किस्म ब्रेंट क्रूड वर्ष 2003 के बाद पहली बार 28 डॉलर प्रति बैरल से नीचे उतर गया। सिंगापुर में कारोबार के दौरान ब्रेंट क्रूड 27.67 डॉलर प्रति बैरल तथा अमेरिकी क्रूड 28.36 डॉलर प्रति बैरल तक उतर गया जो 2003 के बाद का इनका निचला स्तर है। इससे सभी प्रमुख एशियाई बाजार लाल निशान में रहे। जापान का निक्की 0.54 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगसेंग 1.50 प्रतिशत, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.02 प्रतिशत तथा चीन का शंघाई कंपोजिट 3.51 प्रतिशत गिरकर बंद हुआ। हालाँकि, लाल निशान में खुलने के बाद शुरुआती कारोबार में ब्रिटेन का एफटीएसई 0.09 फीसदी की बढ़त में रहा। घरेलू बाजारों में भी चौतरफा बिकवाली देखी गयी। बीएसई से सभी 20 समूह में गिरावट रही। सबसे ज्यादा 4.12 प्रतिशत एनर्जी समूह लुढ़का। तेल एवं गैस तथा रियलिटी समूहों में भी तीन फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखी गयी। सेंसेक्स की 30 में से 16 कंपनियाँ नुकसान में रहीं। रिलायंस इंस्ट्रीज के शेयर पाँच प्रतिशत से ज्यादा उतर गये। बजाज ऑटो और एशियन पेंट्स में तीन फीसदी से ज्यादा जबकि सिप्ला, कोल इंडिया, ओएनजीसी, एलएंडटी तथा डॉ. रेड्डीज लैब में दो प्रतिशत से अधिक की गिरावट रही। हालाँकि, बाजार के रुख के विपरीत भेल के शेयर 4.29 प्रतिशत तथा टाटा स्टील के 2.76 प्रतिशत चढ़ गये।

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