नयी दिल्ली, 12 जनवरी , कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने देश में पनप रही सांप्रदायिक ताकत से निबटने और कांग्रेस को मजबूत बनाने के लिए पार्टी के सहयोगी संगठन सेवा दल को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया है। श्री गांधी ने देश भर से यहां कांग्रेस मुख्यालय में आए सेवा दल के पदाधिकारियों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि सांप्रदायिकता तेजी से फैल रही है जिससे देश का माहौल बदल रहा है । सेवा दल जैसे संगठन में इन ताकतों का मुकाबले करने की शक्ति है। उन्होंने कहा कि यह संगठन जितना मजबूत होगा, कांग्रेस भी उसी गति से ताकतवर बनेगी और सांप्रदायिक शक्तियों का डटकर मुकाबला किया जा सकेगा। सूत्रों के अनुसार श्री गांधी ने इस दौरान सेवा दल के पदाधिकारियों से सीधे बातचीत की और उनसे जानना चाहा कि किस तरह से सेवा दल और कांग्रेस को मजबूत बनाया जा सकता है।
इस दौरान सेवा दल के कुछ लोगों ने कांग्रेस उपाध्यक्ष के उस पुराने बयान का उल्लेख किया जिसमें वह कहते रहे हैं “कांग्रेस की विचारधारा जोड़ने वाली है जबकि भाजपा की सोच तोड़ने वाली है।” कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं से इसी सूत्र पर काम करने का आह्वान किया और कहा कि सेवा दल के लोगों के समक्ष सांप्रदायिकता से लड़ने की सबसे बड़ी यही चुनौती है और उन्हें अपने प्रदेशों में इसी चुनौती का मजबूती से मुकाबला करना है। ज्यादातर कार्यकर्ताओं का भी यही सुझाव था कि देश में पनप रही सांप्रदायिक ताकतों का मुकाबला जरूरी है। सम्मेलन में सेवा दल के करीब 80 पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया जिनमें संगठन के सभी प्रदेशों के प्रमुखों के अलावा राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य शामिल थे।

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