- 25 फरवरी को आयोग के कार्यालय पर धरना, 16 फरवरी 2015 को परीक्षा में 11 प्रश्नों एवं 23 फरवरी 2015 के 6 प्रश्नों पर सामने आया विवाद, मौडल उत्तर पत्र एवं व्डत् सीट जारी करने से मिली जानकारी।
पटनाः- बिहार कर्मचारी चयन आयोग ;ठैैब्द्ध की द्वितीय स्नातक स्तरीय परीक्षाफल में परसेन्टाइल हटाने को लेकर छात्रों के अनदोलन में 21 फरवरी 2016 को माॅडल उत्तर पत्र एवं व्डत् सीट जारी करने के बाद अब आक्रोश और बढ गया है 16 फरवरी 2015 के 11 प्र्रश्नों एवं 23 फरवरी 2015 के 6 प्रश्नों पर विवाद सामने आया है गड़बडियों के सामने आने के बाद पटना काॅलेज में ए0 आई0 एस0 एफ0 और आईसा के तत्वाधान में हुई बैठक में अगामी 25 फरवरी 2016 को आयोग के कार्यालय पर धरना का एलान किया गया।
बैठक में मौजुद ए0 आई0 एस0एफ0 के राज्य सचिव सुशील कुमार ने कहा की जितने बड़े पैमाने पर गड़बडि़या सामने आई है इस परीक्षा को रद्द कर पुनः नए सिरे से परीक्षा नहीं की जाती है तबतक योग्य अभ्यर्थियों का चयन सुनिश्चित नही होगा। परसेन्टाइल जैसे विवादित आधार पर परीक्षाफल जारी करना एक समस्या थी लेकिन अब तो इतनी व्यापक गड़बड़ी सामने आना जाहिर करता है कि गड़बड़ीयाँ जानबूझ कर बेरोजगार नौजावानों को छाटने के इरादे से की गई है। 25 फरवरी को आयोग के कार्यालय पर हो रहे धरने में शामिल होने का अहवान किया। वहीं बैठक में शामिल आइसा के राज्य सहसचिव मोख्तार ने अभयार्थियों से एकजुट होकर संधर्ष तेज करने का आह्वान किया तथा 25 फरवरी को बड़ी संख्या में आयोग के गेट पर आने का आहवान किया। इसकी तैयारी बहुत जोरों पर चल रही है और छात्रों के बीच बहुत बड़ा आक्रोश चल रहा है।
16 फरवरी की परीक्षा में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रथम अद्यिवेशन 1885 में लाहौर में होने की बात आयोग कह रही है जबकि सही उत्तर बाम्बे होना चाहिए। वहीं प्लास्टर औफ पेरिस का रासायनिक नाम कैल्सियम सल्फेट हाइड्रेट होना चाहिए जबकि आयोग इनमें से कोई नहीं कह रहा है। 16 फरवरी के ग्रुप सं0 डी के प्रश्न सं0- 3,11,16,19,20,45,51,88,108,120, और 124 पर विवाद सामने आया है। वहीं 23 फरवरी की परीक्षा में नए राज्य तेलांगाना के गठन होने के बाद संविधान के अनुसूची में परिवर्तन पर सवाल है। इसका जवाब अनुसूची एक की बजाए अनुसूची 7 की राज्य सूची बताया गया है। 23 फरवरी में ग्रुप ए के प्रश्न सं0 12,115,125,126,137, एवं 119 पर विवाद सामने आया है।
मौडल उत्तर पत्र जारी होने के बाद चार तरह की गड़बड़ीया सामने आयी है जिनमें सही उत्तर होने के बावजूद गलत उत्तर प्रस्तुत करना, सही उत्तर होने पर भी प्रश्न हटा देना, हिंदी-अंग्रेजी के अनुवाद उत्तर में गड़बड़ी सामने आयी है। 6 फरवरी में एक सवाल भारत में हरित क्रंाति के जनक जिसमेें आयोग पिछली बार सर्वोच्च न्यायालय तक नार्मन बारलाग बता रहा था इस बार वह स्वामीनाथन नाम दे रहा है। बैठक की अध्यक्षता सुभाष पासवान ने की। बैठक में शंकर पंडित, अनंजय कुमार, राहुल कुमार, गौतम प्रियदर्शी, सतेन्द्र सिंह, रंजन यादव, ब्रजकिशोर मधुकर , संजिव कुमार, किशोर कुमार गिरी, नितेश कुमार सहीत दर्जनों छात्र मौजुद थे।

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