संन्यास के सवाल पर भड़के धोनी, कहा मेरा जवाब नहीं बदलेगा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


रविवार, 21 फ़रवरी 2016

संन्यास के सवाल पर भड़के धोनी, कहा मेरा जवाब नहीं बदलेगा

dhoni-said-will-playing-for-india
कोलकाता, 21 फरवरी, अपने संन्यास को लेकर चल रही अटकलबाजियों से परेशान टीम इंडिया के सीमित ओवरों के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने रविवार को एशिया कप के लिये बंगलादेश रवाना होने से पहले कहा कि प्रत्येक मंच पर उनसे इस तरह के सवाल किए जाने से उनका जवाब नहीं बदलेगा आैर वह लंबे समय तक खेलना जारी रखेंगे। धोनी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, “अगर मैंने कोई बात एक महीने या 15 दिन पहले कही तो मेरा उसे लेकर जवाब नहीं बदलेगा। यह मायने नहीं रखता कि मैं कहां बोल रहा हूं। जवाब तब भी एक जैसा ही होगा। यह उसी तरह से है जैसे कोई पूछे कि तुम्हारा नाम क्या है और मैं कहूंगा महेंद्र सिंह धोनी। यह काफी समय तक एक जैसा ही रहेगा जब तक आप मुझे नया प्रारूप नहीं देते हो।” 34 वर्षीय धोनी ने शुक्रवार को भी साफ किया था कि वह फिलहाल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा नहीं कहेंगे। धोनी ने दिसंबर 2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के दौरान टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। टीम इंडिया के कप्तान ने कहा, “प्रश्न पूछे जाएंगे। आप मुझे पत्र या प्रार्थना भेजो। यदि आप स्वतंत्र हो तो फिर सभी तरह के सवाल करना सही नहीं है। हर किसी को इस बात का आंकलन करने की स्वतंत्रता है कि क्या करना चाहिए और ऐसा क्यों करना चाहिए क्योंकि अगर किसी को सवाल पूछने का मंच मिला हुआ तो इसका मतलब यह नहीं है कि आप वही सवाल दोहराते रहो। आज की दुनिया में सब कुछ मीडिया कवर कर रहा है”

भारत ने नौ साल पहले धोनी की अगुवाई में दक्षिण अफ्रीका में पहला ट्वंटी-20 विश्वकप जीता था और उनकी नजरें फिर से इस खिताब पर लगी हुयी है जिसके लिए तैयारियां बंगलादेश में शुरू हो जाएंगी। भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के खिलाफ ट्वंटी-20 सीरीज जीतकर पहले ही लय हासिल कर चुकी है। कप्तान ने टीम की तैयारियों पर संतोष व्यक्त करते हुये कहा,“अच्छी बात यह है कि हमने ऑस्ट्रेलिया में तीन ट्वंटी-20 मैच खेले। हां परिस्थितियां अलग थी लेकिन इसके बाद हम श्रीलंका से खेले। इससे हमें इस प्रारूप से सामंजस्य बिठाने में मदद मिली। ट्वंटी- 20 से टेस्ट प्रारूप में लौटना और टेस्ट से ट्वंटी-20 प्रारूप में लौटने से बेहतर होता है। यह अच्छा है कि हमें इन मैचों में खेलने का मौका मिला। आपको ट्वंटी-20 विश्वकप में बहुत अधिक मैच खेलने को नहीं मिलते हैं और इसलिए अच्छा है कि हमें कुछ मैच खेलने और लय हासिल करने का मौका मिल रहा है।” भारत एशिया कप में 24 फरवरी को मेजबानी बांग्लादेश के खिलाफ अभियान की शुरुआत करेगा। धोनी ने कहा,“ हमारे पास बड़े टूर्नामेंट जीतने के लिये विश्वास और प्रतिभा है। यह टीम हर क्षेत्र में कुशल है। प्रत्येक को फिट रखना महत्वपूर्ण है। यदि सभी को खेलने का मौका मिलता है तो यह हमारे लिए बहुत अच्छा रहेगा। आखिर में आपको मैदान पर उतरकर अच्छा प्रदर्शन करना होता है।” अपनी कप्तानी के बारे में उन्होंने कहा,“ मैं अब भी शत प्रतिशत पहले की तरह ही हूं। मेरे विचारों और रणनीति में कोई बदलाव नहीं आया है। यह निश्चित तौर पर पहले जैसे ही है।” 

कोई टिप्पणी नहीं: