अाम लोगों को फिर सताने लगा महँगाई का डर - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 3 फ़रवरी 2016

अाम लोगों को फिर सताने लगा महँगाई का डर

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मुंबई 03 फरवरी, पिछले साल कुछ कम होने के बाद आम लोगों के मन में एक बार फिर महँगाई का डर बढ़ गया है, साथ ही महँगाई बढ़ेगी ऐसा मानने वालों का प्रतिशत भी पहले के मुकाबले बढ़ा है। रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा दिसंबर 2015 में 16 शहरों के 4828 परिवारों के बीच कराये गये एक सर्वेक्षण में यह बात सामने आयी है। सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर 2014 और मार्च 2015 में महँगाई की आम लोगों की अपेक्षा घटकर दहाई अंक से नीचे आ गयी थी और केंद्रीय बैंक के पिछले साल जनवरी से ब्याज दरों में कटौती की शुरुआत के पीछे आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन ने इसे एक बड़ा कारण बताया था। 

लेकिन, ताजा सर्वेक्षण में लोगों ने कहा कि घरेलू खर्च की उनकी महँगाई का वर्तमान स्तर तथा अगले तीन महीने और एक साल की महँगाई की अपेक्षा सभी दुबारा दहाई अंक से ऊपर चली गयी हैं। दिसंबर 2014 में जहाँ 79.8 प्रतिशत लोगों ने कहा था कि आने वाले एक साल में महँगाई बढ़ेगी, वहीं दिसंबर 2015 में ऐसा मानने वालों की संख्या बढ़कर 90 प्रतिशत पर पहुँच गयी। इनमें 36.2 प्रतिशत लोगों का मानना है कि महँगाई मौजूदा दर से ज्यादा तेजी से बढ़ेगी, 30 प्रतिशत ने कहा कि यह मौजूद रफ्तार से ही बढ़ेगी, जबकि इसकी दर वर्तमान दर से कम रहने की संभावना व्यक्त करने वाले 23.8 प्रतिशत लोग रहे। 5.9 फीसदी लोगों ने कहा कि आने वाले एक साल में कीमतों में बढ़ोतरी नहीं होगी जबकि चार फीसदी ने कहा कि कीमतों में गिरावट आयेगी।

निकट भविष्य में अगले तीन महीने में महँगाई बढ़ेगी ऐसा मानने वालों का प्रतिशत दिसंबर 2014 के 72.4 से बढ़कर 85.4 पर पहुँच गया। इनमें 31.5 प्रतिशत ने इसके मौजूदा दर से ज्यादा तेजी से बढ़ने, 31.3 प्रतिशत ने मौजूदा दर से बढ़ने तथा 22.6 प्रतिशत ने वर्तमान दर से कम रफ्तार से बढ़ने की बात कही है। 9.8 फीसदी लोगों ने कहा कि कीमतों में कोई बदलाव नहीं होगा जबकि 4.8 प्रतिशत ने इनमें गिरावट की बात कही। पुरुषों के मुकाबले महिलाओं ने महँगाई ज्यादा बढ़ोतरी की आशंका जताई है। वहीं, उम्र के हिसाब से महँगाई में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी की आशंका 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों ने जाहिर की है। सर्वेक्षण के लिए चुने गये 16 शहरों में गुवाहाटी और अहमदाबाद के लोगों ने महँगाई में सबसे तेज बढ़ोतरी की आशंका व्यक्त की है जबकि नागपुर और दिल्ली वालों ने इसमें सबसे धीमी बढ़ोतरी की संभावना जताई है। सबसे ज्यादा लोगों ने खाद्य पदार्थों के दाम बढ़ने की आशंका जताई है। सर्वेक्षण में हिस्सा लेने वाले 84.6 प्रतिशत लोगों ने आने वाले तीन महीने में तथा 89.8 प्रतिशत लोगों ने खाने-पीने की चीजें महँगी होने की बात कही है। इसके बाद सबसे ज्यादा लोगों ने सेवा उत्पादों और आवास के दाम बढ़ने की आशंका जताई है। 

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