नयी दिल्ली, 22 फरवरी, कांग्रेस ने मोदी सरकार पर कानून व्यवस्था, राष्ट्रीय सुरक्षा, अर्थव्यवस्था, कृषि, महँगाई आदि हर मोर्चे पर विफलता से लोगों का ध्यान बंटाने के लिये देश में मजहबी एवं जातीय ध्रुवीकरण करने का खतरनाक खेल खेलने का आज आरोप लगाया। कांग्रेस कार्यकारिणी की आज शाम यहाँ हुई एक विशेष बैठक में पार्टी ने एक प्रस्ताव पारित करके ये आरोप लगाये। बैठक में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय और हैदराबाद विश्वविद्यालय की घटनाओं, हरियाणा की स्थिति, अरुणाचल प्रदेश में सरकार काे गिराने तथा संसद के बजट सत्र में रणनीति पर चर्चा की गयी। राज्यसभा में कांग्रेस के नेता आनंद शर्मा ने यहाँ संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हाल के महीनों में देश में व्यथित करने वाली कई घटनायें हुई हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने देश की अंदर की परिस्थितियों पर चिंता जतायी है। शिक्षण संस्थानों पर सुविचारित वैचारिक हमला हुआ है। कमजोर वर्गों की आवाज़ दबाने की कोशिश की गयी है। ये सारा प्रयास भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने टकराव पैदा करने और धार्मिक एवं जातीय ध्रुवीकरण पैदा करने के लिये किया है।
कांग्रेस कार्यकारिणी में पारित प्रस्ताव में कहा गया कि सरकार अर्थव्यवस्था को प्रगति के पथ पर ले जाने और अपनी बड़ी बड़ी घोषणाओं को अमल में लाने में नाकाम रही है। ग्रामीण बदहाली से उबरने आैर आंतरिक सुरक्षा काे दुरुस्त करने में भी सरकार नाकाम रही है। संवैधानिक मूल्य और लोकतांत्रिक परंपराओं पर लगातार सुनियोजित हमले किये जा रहे हैं। शैक्षणिक संस्थानों में हिंसा एवं राजधानी की अदालतों में गुंडागर्दी को देश ने देखा। प्रस्ताव में कहा गया कि देशभक्ति और राष्ट्रवाद पर नकली बहस शुरू की गयी है। सरकार ने असंवेदनशील बयानों से सामाजिक न्याय के प्रतिबद्धता का मज़ाक उड़ाया जिसकी वजह से एक छात्र को अपनी जान गंवानी पड़ी। आरएसएस ने विश्वविद्यालयों में अपनी विचारधारा स्थापित करने के अपने कुत्सित इरादे जाहिर किये। प्रस्ताव में रणनीतिक रूप से संवेदनशील अरुणाचल प्रदेश में संविधान की हत्या किये जाने का आरोप लगाया गया है। यह भी कहा गया कि गैर सरकारी संगठनों, सामाजिक कार्यकर्ताओं की आवाज़ दबाने में लगी है। सामाजिक सद्भाव का ताना बाना छिन्न भिन्न हो गया है।
प्रस्ताव में हरियाणा की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा गया कि एक अक्षम सरकार ने इस स्थिति को बहुत ही गलत ढंग से लिया जिससे हिंसा फैली और 30 हजार करोड़ की संपत्ति का नुकसान हुआ है। कांग्रेस ने राज्य के सभी वर्गाें से हिंसा त्यागने और शांति बहाल करने की अपील की। संसद के बजट सत्र के बारे में कहा गया कि कांग्रेस राष्ट्रीय महत्व के सभी मुद्दों पर चर्चा करना चाहेगी और सदनों में रचनात्मक भूमिका का निर्वाह करेगी। लेकिन संसद में इसके लिये अनुकूल माहौल बनाना सरकार की जिम्मेदारी है। संसद में लंबित जीएसटी एवं अन्य विधेयकों के बारे में श्री शर्मा ने कहा कि विधेयक गुण दोष के आधार पर पारित कराये जाएंगे लेकिन पहले महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी। श्री शर्मा ने भाजपा नेताआें द्वारा कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर की जा रही टिप्पणियों पर सख्त ऐतराज किया।
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