चेन्नई 24 फरवरी, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रही नलिनी अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए आज एक दिन के पैरोल पर अपने भाई के घर पहुंची। नलिनी के पिता पूर्व पुलिस निरीक्षक शंकरनारायायणन (92) का कल तिरुनेलवेली जिले में निधन हो गया था और उनके शव को चेन्नई में बेटे रवि के घर पर रखा गया है। नलिनी की मां ने अपनी बेटी के लिए एक दिन की पैरोल की याचिका दायर की थी जिसे देर रात स्वीकार किया गया ताकि वह अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल हो सके। वेल्लोर जेल के प्रशासन ने नलिनी को सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक के लिए रिहा किया और उसे लगभग शाम पांच बजे वापस महिलाओं की विशेष जेल में बंद किया गया।
सुबह दस बजे हरी साड़ी में लिपटी नलिनी को भाई के घर लाया गया जहां कई नेताओं से उससे मुलाकात की । उल्लेखनीय है कि 1991 में गिरफ्तार होने के बाद नलिनी दूसरी बार जेल से बाहर आयी। पहली बार 2004 में वह अपने भाई की शादी में शामिल होने के लिए बाहर निकली थी। मरुमलार्ची द्रविड़ मुनेत्र कषगम के महासचिव वाइको और अन्य नेताओं ने नलिनी के पिता के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। नलिनी और उसके पिती मुरुगन को राजीव गांधी की हत्या के मामले में मृत्युदंड मिला था लेकिन अप्रैल 2000 में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आग्रह पर नलिनी की सजा उम्रकैद में तब्दील कर दी गयी थी।

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