नयी दिल्ली,02फरवरी, दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर सैकड़ों की संख्या में एकत्र छात्र शनिवार को की गई पुलिस की कथित बर्बर कार्रवाई के खिलाफ आज व्यापक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। पुलिस ने पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दी है और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। पुलिस की इस चेतावनी के बावजूद यहां सुबह से बड़ी संख्या में छात्र जमा होकर पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी छात्र पुलिस पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साथ मिलीभगत का आरोप लगाते हुए शनिवार की घटना के लिए पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। धीरे-धीरे यहां छात्रों की भीड़ बढ़ती जा रही है जिसे देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। जगह-जगह बैरीकेड लगा दिए गए हैं। मुख्यालय के अदंर या आसपास किसी भी वाहन को जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए उपराज्यपाल नजीब जंग ने सेंट्रल रेंज के संयुक्त पुलिस आयुक्त को समन किया है।
आॅल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन और क्रांतिकारी युवा संगठन की अगुवाई मे छात्रों का यह प्रदर्शन सोशल मीडिया पर दिल्ली पुलिस के उस वीडियों के वायरल होने के बाद हो रहा है जिसमें कथित तौर पर पुलिसकर्मी राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के केशव कुंज स्थित कार्यालय के करीब बेरहमी से प्रदर्शनकारी छात्र -छात्राओं को पीटते दिखाई दे रहे हैं। यह वीडियो दिल्ली पुलिस के काम - काज से नाखुश आम आदमी पार्टी की ओर से जारी किया गया है। खास बात यह है कि इस विडियो में पुलिस की वर्दी पहले लोगों के साथ-साथ सादे कपड़ों में भी लोग युवा छात्र - छात्राओं को पीटते दिखाई दे रहे हैं। वीडियों में कयी छात्रों को बालों से पकड़कर घसीटते उनका सिर जमीन पर मारते हुए और उनपर लाठियां बरसाते पुलिसकर्मियों को दिखाया गया है। सादे कपड़ों में दिखाई देने वाले ये लोग पुलिस से हैं या फिर कोई और इस बात की पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है। दिल्ली पुलिस ने इस आरोप से इनकार किया है और कहा है “वीडियो में जो कुछ दिखाया जा रहा है वह सही नहीं है। लाठी जार्च की यह घटना शनिवार को हुई थी। उस दिन वाम धड़े के दो संगठनों एसएफआई और एआईएसएफ ने आध्रंप्रदेश विश्वविद्यालय के छात्र राेहित वेमुला के मामले को लेकर एक विरोध मार्च का आयोजन किया था जिसमें जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी और जामिला मिलिया इस्लामिया के छात्र भी शामिल थे। प्रदर्शनकारी छात्र राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यालय जा रहे थे।
जैसे ही छात्रों की यह रैली संघ के कार्यालय के करीब पहुंची वहां पहले से मौजूद पुलिस कर्मियों ने विरोध कर रहे छात्रों पर कथित तौर पर लाठियां बरसानी शुरू कर दी। जो वीडियो सामने आया है उसमें पुलिस की वर्दी और सादे कपड़ों में तैनात लोग युवाओं और यहां तक की महिलाओं की भी बड़ी बेरहमी से पिटाई करते दिखाई दे रहे हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि दिल्ली पुलिस और राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ दिल्ली पुलिस का इस्तेमाल अपनी निजी सेना के तौर पर कर रही है। उधर दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने भी विडियो पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली पुलिस की निंदा की है। उन्होंने कहा कि विडियो में जिस तरह से दिल्ली पुलिस महिला एवं पुरुष छात्रों की पिटाई कर रही है, वह काफी आपत्तिजनक है।

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