जींद, 31 जनवरी, योग गुरु स्वामी रामदेव ने कहा है कि राष्ट्रीय वैदिक शिक्षा बोर्ड का गठन इसी वर्ष किया जाएगा। बाबा रामदेव ने आज यहां के निकट गुरुकुल कालवा में स्व0 आचार्य बलदेव जी की पावन स्मृति में आयोजित श्रद्धांजलि सभा को सम्बोधित करते हुये कहा कि देश में गो वंश के संरक्षण एंव संवर्धन के लिए सरकार तथा पतंजलि योगपीठ की आेर से सकारात्मक कदम उठाए जाएंगें । योगाचार्य ने कहा कि महापुरुषों की कभी भी मृत्यु नहीं होती वे अपने सद्कर्मों से ऐसा रास्ता बनाकर जाते है जिस पर चल कर कोई भी आम आदमी जीवन के शिखर तक पहुंच सकता है । परम पूज्य बलदेव जी ने जीवन पर्यन्त दुनिया को नई दिशा देने का काम किया । स्वामी रामदेव ने कहा कि आर्य समाज को दुनिया में मजबूत करने के लिए किये गये उनके अधूरे कार्यो को हर हाल में पूरा किया जाएगा। उन्होंने आज से 25 वर्ष पहले के समय को याद करते हुए कहा कि वह एक ऐसा समय था जब गुरुकुल पद्धति अपने स्वर्णिम युग से गुजर रही थी । इस बीच कुछ समय ऐसा भी आया जब गुरुकुल पद्धति का हृास हुआ लेकिन गुरु बलदेव जी ने आर्य समाज को एक नई दिशा दी । अब ऐसे प्रयास किये जाएंगें जिससे आर्य समाज एवं गुरुकुल पद्धति को कभी वह समय देखना न पड़े ।
स्वामी रामदेव ने कहा कि देश में गौशालाओं की दशा सुधारने के लिए देश में चार बड़ी आदर्श गौशालाएं स्थापित की जाएंगी जिनमें से एक आदर्श गौशाला धड़ौली गांव की राष्ट्रीय गौशाला भी होगी । इन गौशालाओं में गायों के वंश को विकसित किया जाएगा ताकि भविष्य में लोग गाय को बचाने वाले न कहलाकर उसे मनुष्य को बचाया जाने वाला प्राणी कहा जाए । उन्होंने कहा कि इस समय नदियों की दशा गाय से भी अधिक बदतर है। नदियों की दशा सुधारने के लिए भी कई नदीशालाएं स्थापित की जाएंगी । धडौली गौशाला के विकास के लिए दो करोड़ रुपए की राशि का चेक भी मौके पर ही गौशाला के प्रधान को भेंट किया । इस मौके पर स्वामी रामदेव तथा हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने गुरुकुल कालवा के आचार्य राजेन्द्र को पगड़ी पहनाकर आचार्य बलदेव जी का उत्ताराधिकारी नियुक्त किया ।

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