पटना,17 मार्च, पटना उच्च न्यायलय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश इकबाल अहमद अंसारी ने आज कहा कि बिहार की विरासत बहुत गौरवशाली और समृद्ध है जिसे दुनिया के सामने लाने के लिए निरन्तर प्रयास करते रहने की जरुरत है। न्यायमूर्ति अंसारी ने यहां ग्रामीण स्नेह फाउंडेशन द्वारा आयोजित कला एवं फिल्म महोत्सव का उद्घाटन करने के बाद कहा बिहार की विरासत बहुत समृद्धशाली है,बस जरुरत है इसे लोगों तक पहुंचाने के लिए लगातार प्रयास करने की । उन्होंने कहा कि बिहार आने से पहले यहां के बारे में बहुत अच्छा नहीं सुना था लेकिन यहां आने के बाद ऐसा लगा बिहार जैसा कोई प्रदेश नहीं है। यहाँ के लोग अतिथि देवो भवः का सच्चाई से पालन करते हैं । न्यायमूर्ति अंसारी ने इस बात पर भी बल दिया कि लोगों को अपनी मातृभाषा से जुड़े रहना चाहिए ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सांसद एवं अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने अंदाज में खामोश कहते हुए अपने वक्तव्य की शुरुआत की ।उन्होंने अपनी आत्मकथा‘एनीथिंग बट खामोश’के बारे कहा कि इंसानियत का दूसरा नाम बिहारियत है । उन्होंने यह भी कहा कि संस्कार के लिए मातृभाषा,व्यवहार के लिए राष्ट्रभाषा और व्यापार के लिए विदेशी भाषा को अपनाना चाहिए । इस अवसर पर ग्रामीण स्नेह फाउंडेशन की ओर से बिहार विरासत कला सम्मान से सम्मानित हुए नामचीन फिल्मकार डॉ. चन्द्रप्रकाश द्विवेदी ने कहा कि यह सम्मान उन्हें अपनी बिहारियत के लिए मिला है । इससे वह गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि यह सम्मान सर विलियम्स जोन्स, श्याम शास्त्री, राधा मुखर्जी, जेम्स प्रिंस, आनंद कुमार स्वामी, रोशन अल्काजी, काशी प्रसाद जायसवाल, वासुदेव शरण अग्रवाल आदि को समर्पित करते हैं क्योंकि बिहार के गौरवशाली अतीत को वह इन्हीं के कारण जानते हैं |
इस मौके पर सांसद आर के सिन्हा ने टोडरमल और मुद्राराक्षस पर प्रकाश डाला । अतिथियों का स्वागत ग्रामीण स्नेह फाउंडेशन के सचिव गंगा कुमार ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन फाउंडेशन की अध्यक्ष स्नेहा राउत्रे ने किया । इस अवसर पर बालीवुड के कई कलाकार,निर्माता और निर्देशक भी मौजूद थे।

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