कारपेट इंडस्ट्री के विकास में सरकार करेगी हर संभव मदद: गंगवार - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


शुक्रवार, 11 मार्च 2016

कारपेट इंडस्ट्री के विकास में सरकार करेगी हर संभव मदद: गंगवार

  • चार दिवसीय इंडिया कारपेट एक्स्पों का शुभारंभ 
  • केंद्रीय कपड़ा मंत्री संतोष गंगवार ने दीप प्रज्जवलित व फेयर पत्रिका का विमोचन कर किया उद्घाटन 
  • पूरे देश में इकलौता कालीन उद्योग है जो 17 फीसदी की दर से कर रहा वृद्धि 

governemtn-will-support-carpet-sector
नयी दिल्ली (सुरेश गांधी )। तमाम उतार-चढ़ाव व मंदी के बावजूद देश का एकमात्र भारतीय कालीन उद्योग है जो निर्यात के क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ रहा है। इस उद्योग का विकास दर 17 फीसदी से अधिक है। ऐसे में सरकार ने फैसला लिया है कि कारपेट इंडस्ट्री के विकास में आ रही रुकावटों को दूर करते हुए हर तरह की सुविधाएं व छूट दी जायेगी। यह बाते केन्द्रीय कपड़ा मंत्री संतोष गंगवार ने कहीं। श्री गंगवार दिल्ली के ओखला स्थित एनएससीआई सेंटर में आयोजित चार दिवसीय इंडिया कारपेट एक्स्पो-2016 का उद्घाटन दीप प्रज्जवलित व फेयर पुस्तिका का विमोचन करने के बाद कहीं। मेला आयोजक सीईपीसी के चेयरमैन कुलदीपराज वाटल ने कहा सरकार का सहयोग इसी तरह मिलता रहा तो न सिर्फ कारपेट इंडस्ट्री निर्धारित लक्ष्य पूरा करेगी बल्कि प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रुप से कालीन उद्योग से जुड़े एक करोड़ से भी अधिक उद्यमियों व बुनकरों के भी अच्छे दिन लाने में मददगार साबित होगी। मेला 11 से 14 मार्च तक चलेगा। 

श्री गंगवार ने सीईपीसी आयोजकों की मांग पर वह शीघ्र ही भदोही-मिर्जापुर कालीन बेल्ट में जायेंगे। वहां निर्यातकों से मिलकर उनकी समस्याओं का त्वरित निस्तारण करायेंगे। उम्मीद है कि कालीन उद्योग इसी तरह लगातार बढ़ता रहेगा। इस मौके पर उनके साथ भदोही सांसद वीरेन्द्र सिंह मस्त, रश्मि वर्मा वस्त्र सचिव भारत सरकार, आर गोपाल विकास आयुक्त हस्तशिल्प के अलावा सीईपीसी चेयरमैन कुलदीपराज वाटल व वरिष्ठ प्रशासनिक सदस्य उमेश कुमार गुप्ता मुन्ना आदि भी मौजूद थे। सीईपीसी निदेशक शिवकुमार गुप्ता व सहायक निदेशक भदोही विजय सिनहा ने बताया कि इंडिया कारपेट एक्स्पो-2016 में ब्रिटेन, रूस, दक्षिण अफ्रीका, जापान, इंडोनेशिया सहित 50 देशों केे पहले दिन कुल 260 विदेशी ग्राहकों व 240 बाइंग एजेंटों ने भाग ली। मेले में यूपी, दिल्ली, मुंबई, राजस्थान, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर सहित देश के अन्य राज्यों से कुल 270 कालीन कारोबारी अपने उत्कृष्ट रंग-बिरंगी उत्पादों की प्रदर्शनी लगायी है। श्री वाटल ने कहा कि मशीनमेड कार्पेट की ओर युवाओं का अधिक रुझान है, क्योंकि इसमें विविधता होती है। इसमें टर्की हमारा बड़ा प्रतिस्पर्धी है। वजह टर्की में मशीनमेड निर्मित कारपेट देखने में हस्तनिर्मित नजर आती है। मेले में अमेरिका, कनाडा, लैटिन अमेरिकन देश तथा दक्षिण अफ्रीका से आने वाले ग्राहकों को हवाई यात्रा में छूट दी गयी है। इसके अलावा मेहमानों को परिषद द्वारा फाइव स्टार होटल में दो रात रुकने की व्यवस्था प्रदान की जाएगी। श्री वाटल ने कहा कि हर साल की अपेक्षा मेला इस साल बेहतर व्यवसाय करेगा, ऐसा उन्हें विश्वास है। विशेषकर नए देशों के आयातकों की आमद के संकेत से उम्मीदों को बल मिला है। निर्यात को बढ़ावा देने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा अनेक योजनाएं संचालित की जा रही है। भारत सरकार इज आफ डूइंग बिजनेस पर बल दे रही है। भदोही निर्यात के क्षेत्र में भारत ही नहीं पूरी दुनिया में अपना मुकाम हासिल की है। नई बाजार नीति, उत्पादों के पहचान, विपणन तथा ब्रांड निर्माण के बूते भदोही लगातार उपर उठ रहा है। इस बार परंपरागत बाजारों के अलावा जापान, मलेशिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, चिली, जर्मनी, मेक्सिको, रूस, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूके, यूएसए, बुल्गारिया, इजरायल, मारीशस, ताईवान, जिम्बावे, वियतनाम, सर्बिया, हंगरी तथा आस्ट्रेलिया जैसे देशों के भी आयातक मेले में शिरकत कर रहे है। 

कोई टिप्पणी नहीं: