नयी दिल्ली 18 मार्च, जाने माने अर्थशास्त्री एवं 13वें वित्त आयोग के अध्यक्ष विजय केलकर ने आज कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के लागू होने पर देश के आर्थिक विकास में तेजी आयेगी। श्री केलकर ने आज यहां स्कोच सम्मेलन में जीएसटी को देश् के लिए बहुत महत्वपूर्ण सुधार बताते हुये कहा कि इससे पूरा देश एक बाजार बन जायेगा और इसके लागू होने से देश में तीव्र विकास का अगला चरण शुरू होगा। प्रमुख केन्द्रीय और राज्य स्तरीय कर के जीएसटी में समाहित होने से करों की जटिलता समाप्त होने के साथ ही अनुपालन लागत भी कम हो जायेगी। जीएसटी के लागू होने के साथ ही धीरे-धीरे केन्द्रीय विक्रय कर भी समाप्त हो जायेगा।
उन्होंने कहा कि अब तीसरी पीढी के सुधार की ओर बढ रहे हैं जिसमें भूमि, श्रम और पूंजी जैसे क्षेत्रों में सुधार किया जाना है। ये चुनौतीपूर्ण क्षेत्र है लेकिन अर्थव्यवस्था को विकास के अगले चरण में ले जाने के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में सुधार होने से नाॅलेज इकोनॉमी का निर्माण होगा। यदि हमें नाॅलेज आधारित अर्थव्यवस्था के रूप में तब्दील होना है तो शिक्षा के क्षेत्र में सुधार पर जोर देना होगा। उन्होंने कहा कि नीति आयोग ने प्रधानमंत्री के समक्ष प्रस्तुती में देश में 10 -20 वैश्विक स्तर के संस्थान बनाने की वकालत की है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1991 में शुरू हुये सुधार के दूसरे चरण को अटल विहारी वाजपेयी के कार्यकाल में अागे बढाया गया और अब इसमें तेजी लाने की जरूरत है।

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