देहरादून,18 मार्च, उत्तराखंड कांग्रेस विधायक दल में फूट पड़ गई है जिसके बाद राज्य की हरीश रावत सरकार के लिए संकट पैदा हो गया है। विधानसभा में आज शाम पूरक अनुदान मांगे पारित कराने के लिए विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मत विभाजन की मांग की जिसे विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने ठुकरा दिया और इन्हें भारी हंगामें के बीच पारित घोषित कर दिया। इसी दौरान राज्य के कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत भी मत विभाजन की मांग पर अड़ गए और कांग्रेस के 10 विधायक भाजपा के खेमे में जा खड़े हुए।
इन विधायकों में श्री रावत के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा,अमृता रावत और सुबोध उनियाल भी शामिल थे। इन विधायकों का दावा था कि सरकार बहुमत खो चुकी है। इसी गहमा गहमी में श्री हरक सिंह रावत और राज्य के एक अन्य मंत्री श्री मंत्री प्रसाद नैथानी के बीच हाथापाई हो गई। इसके बाद विधानसभा परिसर में स्थिति तनावपूर्ण हो गई। असंतुष्ट कांग्रेस विधायकों ने यह दावा किया कि हरीश रावत सरकार अल्पमत में आ गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार उन्होंने राज्यपाल से मिलने का समय मांगा है।

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