हरिद्वार 07 मार्च, उत्तराखंड के हरिद्वार में आयोजित अर्द्धकुंभ मेले के बीच महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर आज हरकीपौड़ी सहित विभिन्न घाटों पर लाखों श्रद्धालुओं ने पवित्र गंगा में डुबकी लगायी। राज्य के विभिन्न शिवालयों में आज भारी संख्या में लोगों ने शिवलिंग पर जल और दुग्ध अर्पण कर भगवान शिव की आराधना की । इसके साथ ही फाल्गुनी कांवड़ मेला भी आज सम्पन्न हो गया । मंदिरों में रूद्राभिषेक के साथ महामृत्युंजय मंत्रोच्चारण से लोग भक्तिभाव में लीन हो गये। हरकी पौडी में तड़के से ही गंगा स्नान का सिलसिला शुरू हो गया । मेला यातायात योजना का पालन करते हुए इस बार भी श्रद्धालुओं को न चाहते हए भी हरकी पौड़ी जाने के लिए मीलों पैदल चलना पड़ा । सूत्रों के अुनसार यहां के प्राचीन शिवंमदिरों बिल्केश्वर महादेव, दक्ष प्रजापति, गौरी शंकर महादेव , वीरभद्रेश्वर मंदिर व ऋषिकेश के नीलकंठ महादेव में बीती रात से श्रद्धालुओं की कतारें लगनी शुरू हो गयी थीं ।
गंगाजलि व अन्य पात्रों में गंगा जल, पंचामृत ,बिल्वपत्र , आक , धतूरे और मिष्ठान से श्रद्धालुओं ने भगवान शिव का अभिषेक किया । अर्द्धकुंभ के साथ शारदीय कांवड़ यात्रा का संयोग होने से आज के स्नान का महत्व काफी बढ़ गया है । मान्यताओं के अनुसार शिवरात्रि पर्व पर गंगा में स्नान करने के बाद भगवान आशुतोष का अभिषेक करने से अभीष्ट फल की प्राप्ति होती है । इस अवसर पर यहां उत्तर प्रदेश के अलावा हरियाणा , राजस्थान और पंजाब के श्रद्धालुआें की तादाद ज्यादा है । दिल्ली एनसीआर के नजदीक होने के कारण यहां अचानक यात्रियों की भीड़ बढ़ जाती है । तीर्थ नगरी हरिद्वार सदियों से आस्था का केन्द्र रहा है । कुंभ व अर्द्धकुंभ से जुड़ी कथाओं के कारण आज भी श्रद्धालुओं का मानना है कि हरकीपौड़ी पर ब्रह्मकुण्ड में कुंभ और अर्द्धकुंभ में अमृत बरसता है । इस लिए पुण्य काल में स्नान करने से सहस्त्र यज्ञों का पुण्य फल मिलता है ।

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