बाराबंकी, 07 मार्च, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष पी एल पुनिया ने उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर दंगे की जांच रिपोर्ट में राज्य की समाजवादी पार्टी(सपा) सरकार को क्लीनचिट दिये जाने को गलत करार दिया है। श्री पुनिया ने इसके साथ ही अगले साल उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस द्वारा किसी पार्टी के साथ गठबंधन की संभावना को सिरे से खारिज कर दिया। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष श्री पुनिया ने जस्टिस विष्णु सहाय की रिपोर्ट को खारिज करते हुये कहा कि रिपोर्ट में स्थानीय प्रशासन के पर पूरा दोषारोपण किया गया और राज्य सरकार को पूरे मामले में क्लीन चिट दे दी गयी जो सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक संगीत सोम और सुरेश राणा ने भड़काऊ बयान दिये जिस वजह से दंगा बढ़ा। राज्य सरकार पूरे मामले पर मूकदर्शक बनी रही। वह उनकी असफलता का कारण है। राज्य सरकार को जो क्लीनचिट दी गई है वह सरासर गलत है। पूरे दंगे के जिम्मेदार भड़काऊ भाषण देने वाले और उन पर कार्रवाई न करने वाली राज्य सरकार की है।
अगले साल होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव के बारे में पूछे गये सवाल पर श्री पुनिया ने कहा कि बिहार की परिस्थिति और उत्तर प्रदेश की परिस्थिति भिन्न है। दोनो को बराबर से नहीं देखा जा सकता। कांग्रेस पार्टी प्रदेश में अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। किसी से गठबन्धन नही करेगी। उन्होंने कहा कि श्री लालू प्रसाद यादव और श्री नितीश कुमार हमारे गठबंधन के सदस्य हैं। वह लोग जो सहयोग देंगे वह अपनी जगह है मगर उत्तर प्रदेश में पार्टी अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस सांसद ने कहा कि बालीवुड अभिनेता अनुपम खेर की बोली भाजपा की अावाज है। अगर भाजपा को किसी से खतरा है तो वह केवल और केवल राहुल गांधी से है। श्री गांधी जनता के बीच गांव गांव पैदल जाकर उनकी समस्याओं को सुनते हैं उनकी तकलीफों मे शामिल होते हैं। आने वाला समय कांग्रेस का है। आज भाजपा सत्ता के अहंकार में है और आने वाले समय में वह धराशायी हो जायेगी। श्री पुनिया ने कहा कि यह बड़ी बिडम्बना है कि जनता खुलेआम राज्य की सपा सरकार के खिलाफ बोल रही है और दूसरी तरफ विधान परिषद चुनाव में सपा को पूर्ण बहुमत मिला है। यह खुल्लमखुल्ला प्रदेश सरकार द्वारा अपनी सरकारी मशीन का दुरूपयोग है। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन का दुरूपयोग करके लोगों को डरा धमकाकर वोट डलवाये गये हैं। पहले ब्लाक प्रमुख चुनाव में झगड़े हुआ करते थे लेकिन इस सरकार में सत्तारूढ़ दल के लोग निर्विरोध निर्वाचित हो जाते हैं। इससे सिद्ध होता है कि सपा सरकार सत्ता का दुरूपयोग करके सीटो पर काबिज हुई है।

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