नयी दिल्ली 18 मार्च, सरकार ने लोक भविष्य निधि (पीपीएफ) पर ब्याज दर को 8.7 फीसदी से कम कर 8.1 प्रतिशत करने के साथ अधिकांश लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कटौती कर दी। आधिकारिक जानकारी के अनुसार पीपीएफ के साथ ही किसान विकास पत्र पर ब्याज दर 8.7 प्रतिशत से कम कर 7.8 प्रतिशत कर दी गयी है। इसके साथ ही डाकघर सावधि जमा योजनाओं की ब्याज दरें भी कम की गयी है जो एक अप्रैल से प्रभावी होगी। वित्त मंत्रालय ने 01 अप्रैल 2016 से लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दर की तिमाही आधार पर समीक्षा करने का निर्णय लिया था ताकि इन्हें सरकारी प्रतिभूतियों पर मिलने वाली बाजार दर के अनुरूप बनाया जा सके। अभी एक साल, दो साल और तीन साल के सावधि जमा, किसान विकास पत्र तथा पाँच साल के आवर्ती जमा पर समकालिक सरकारी प्रतिभूति की तुलना में 0.25 प्रतिशत ज्यादा ब्याज मिलता है। एक अप्रैल से इन पर यह सुविधा समाप्त हो जायेगी।
एक वर्ष की डाकघर जमा योजना पर ब्याज को 8.4 प्रतिशत से कम कर 7.1 प्रतिशत और दो वर्ष की डाकघर जमा योजना पर मिलने वाले ब्याज को 8.4 प्रतिशत से कम कर 7.2 प्रतिशत कर दिया गया है। इसी तरह से तीन वर्षीय जमा योजना की ब्याज दर को 8.4 प्रतिशत से घटाकर 7.4 प्रतिशत और पांच वर्षीय योजना की ब्याज दर को 8.5 प्रतिशत से कम कर 7.9 फीसदी कर दी गयी है। पांच वर्षीय राष्ट्रीय बचत प्रमाण पत्र (एनएससी) पर ब्याज को कम कर 8.1 प्रतिशत कर दिया गया है। पांच वर्षीय वरिष्ठ नागिरक जमा योजना की ब्याज दर को भी 9.3 प्रतिशत से कम कर 8.6 प्रतिशत कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त कन्या समृद्धि योजना की ब्याज दर को भी 9.2 प्रतिशत कम कर 8.6 प्रतिशत कर दिया गया है। हालांकि डाक बचत योजनाओं की ब्याज दर को चार प्रतिशत पर यथावत रखा गया है।

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