पटना। आज पाम संडे है। संपूर्ण विश्व में पाम संडे मनाया जा रहा है। इस अवसर पर कुर्जी पल्ली में स्थित प्रेरितों की रानी ईश मंदिर में खजूर एतवार मनाया गया। काफी संख्या में भक्त गिरजाघर में उपस्थित रहे। मौके पर 6 मार्च 2016 को एसीएन सिस्टर बनने वाली तृप्ति साह को सम्मानित किया गया। गर्व की बात है कि मुजफ्फरपुर धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष काजीटेन फ्रांसिस के हाथों से सिस्टर तृप्ति को सम्मानित किया गया। मिस्सा पूजा समाप्त होने पर मौके पर उपस्थित श्रद्धालुओं ने सिस्टर तृपित को बधाई् दी। पटना नगर निगम के वार्ड नम्बर एक में पड़ता है मरियम टोला। इस टोला में रहने वाले ईसाई समुदाय के लोग एक्स. टी. टी. आई. में जाकर मिस्सा पूजा सुनते और आधारना करते हैं।एक्स.टी.टी.आई. के जुनियर ब्रदर अभ्यागमन करने मरियम टोला में जाते हैं। युवाओं से मिलते हैं और अपना अनुभव साझा करते हैं। उन लोगों के मरियम टोला में आवाजाही करने से वातावरण में सुधार आने लगता है। धार्मिक प्रवृति वालों के आगमन से धार्मिक वातावरण बन जाता है। इसका प्रत्यक्ष प्रभाव सामने आया। सदैव स्व0 अलोसियुस पंक्रासियुय साह के परिवार में मिशनरियों के क्रियाकलाप पर चर्चा की जाती थी। यहां पर हरदम मिशनरियों की सकारात्मक आलोचना करने वाले संजीवन प्रेस के अनुवादक स्व0 अलोसियुस साह के परिवार में धार्मिक की बाढ़ आ गयी। जो रूकने का नाम ही नहीं लिया। जी हां, इसमें कोई शक नहीं है कि पवित्र परिवार में फादर फिन्टन साह और सिस्टर तृप्ति साह रहते हैं। स्व0 अलोसियुस पंक्रासियुस साह के पुत्र हैं फादर फिन्टन साह। फादर फिन्टन से प्रोत्साहित होकर तृप्ति साह भी सिस्टर बनने की ठान ली। स्व0 साह के पुत्र फिल्टन साह धर्मसमाज में प्रवेश कर गये। बेतिया धर्मप्रांत के धर्मप्रांतीय पुरोहित हैं। फिलवक्त फादर फिल्टन साह चखनी में कार्यरत हैं। अभी-अभी स्व0 साह के पुत्र एडवर्ड अलोसियुस साह की पुत्री तृप्ति साह भी सिस्टर बन गयीं। एससीएन समाज की सिस्टर हैं। फिलवक्त एससीएन समाज के द्वारा नाजरेथ हाॅस्पीटल चलाया जाता है। वहीं कुर्जी होली फैमिली हाॅस्पीटल में एससीएन की साझेदारी है। दोनों एम.एम.एस.एस. और एस.सी.एन. मिलकर चलाते हैं।
रंग-बिरंगे पोशाक में भक्तगण आये हैं। कुर्जी पल्ली के मुख्य प्रवेश द्वार पर भक्तगणों का जमावाड़ा है। इस बीच मुजफ्फरपुर धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष काजीटेन फ्रांसिस के नेतृत्व में फादर जाॅनसन,फादर सुशील,फादर दोमनिक और फादर आॅन्टो खजूर एतवार के रस्म अदायगी करने आ रहे हैं। कुर्जी पल्ली की गायक मंडली गाना शुरू करते हैं जय-जय होवे तेरी जय-जय होवे तेरी प्रभु के प्रतिनिधि दाऊद सुत की गूंजे इस्साएल के प्रभु को नभ में यश की भेरी जय-जय होवे तेरी। कुर्जी पल्ली के प्रधान पल्ली पुरोहित फादर जाॅनसन ने धर्माध्यक्ष काजीटेन फ्रांसिस का स्वागत करते हैं। इसके बाद पवित्र धर्मग्रंथ से पाठ पढ़ा। इसके बाद मुजफ्फरपुर धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष काजीटेन फ्रांसिस ने खजूर एतवार के रस्म अदायगी वाले पाठ पढ़ा। नक्सल प्रभावित सिकन्दरा पल्ली से खग्गी लायी गयी थी। धर्माध्यक्ष ने पवित्र जल का छिड़काव किया। खग्गी पर आशीष देने के बाद भक्तगणों के बीच में खग्गी वितरण कर दिया गया। उल्लेखनीय है कि प्रभु येसु ख्रीस्त येरूसलेम नगरी में प्रवेश किये थे। प्रभु येसु को देखकर लोगों ने स्वागत किया। उनके आदर में राह पर चादर बिछा दिये। जैतून की डाली को लहराये। जय हो प्रभु की जय हो जय हो प्रभु की जय, हो स्वर्ग लोक में,जय हो स्वागत हेतु हर्ष के मारे, बालक ले जैतून की डालें गूंजित करने लगे नारे, जय हो प्रभु की जय हो। पृथ्वी और जो कुछ इसमें है संसार और जो इसमें निवास करते हैं यह सब प्रभु का है क्योंकि उसी ने समुन्द्र पर दृढ़ किया और नदियों पर स्थापित किया है। फाटक ऊंचे और चैड़े बनकर खुल जाएं जिससे महाप्रतापी राजा प्रवेश कर सके यह महाप्रतापी राजा कौन है वह प्रभु है समर्थ शक्तिशाली तथा पराक्रमी। फाटक ऊंचे और चैड़े बनकर खुल जाएं जिससे महाप्रतापी राजा प्रवेश कर सके यह महाप्रतापी राजा कौन है वह प्रभु महाप्रतापी राजा कौन है वह सेनाओं के प्रभु ही है वह महाप्रतापी है। पिता,पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा हो जैसे की आदि में थी अब है और अन्तकाल तक सदा रहे, आमेन। गीत गाया गया। इस तरह के अन्य गीत गाकर भक्तगण गिरजाघर में प्रवेश किये। इसके बाद मिस्सा पूजा शुरू की गयी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें