नयी दिल्ली, 17 मार्च, कांग्रेस ने संसद के बजट सत्र की सफलता के लिये आज खुद की पीठ थपथपायी और दावा किया कि दोनों सदनों में कार्यवाही के सुचारु रूप से चलने के लिये कांग्रेस को ही श्रेय जाता है। कांग्रेस ने यह भी कहा कि राष्ट्रपति अभिभाषण एवं आधार विधेयकाें में संशोधन पारित करने के पीछे पार्टी का उद्देश्य सरकार की राज्यसभा को दरकिनार करने की कोशिश को विफल करना था। राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आज़ाद और लोकसभा में पार्टी के सांसद वीरप्पा मोईली ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस बार लोकसभा में 120 प्रतिशत और राज्यसभा में 129 प्रतिशत काम हुआ है और कम से कम राज्यसभा में इसके लिये पूरा श्रेय कांग्रेस को दिया जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि सरकार को समझना चाहिये कि उसे राज्यसभा को हल्के में नहीं लेना चाहिये।
श्री आजाद ने कहा कि राज्यसभा में कई बार सरकारों का बहुमत नहीं रहा है लेकिन सरकारों ने हमेशा लोकतांत्रिक परंपराओं का सम्मान किया है और कभी भी उसे दरकिनार करने का रास्ता नहीं अपनाया। कांग्रेस ने इसी को इंगित करने के लिये संशोधनों का सहारा लिया। उन्होंने कहा कि इस बार लोक महत्व के सबसे ज्यादा मुद्दे कांग्रेस ने उठाये और सरकार की जबरदस्त धुलायी की। राज्यसभा में दोगुना काम हुआ। राष्ट्रपति अभिभाषण, बजट और विधेयकों पर व्यापक चर्चा हुई। अभिभाषण पर दो संशोधन और आधार विधेयक पर पांच संशोधन पारित किये गये। सरकार एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अनेक मुद्दों पर घेरा गया और वे विपक्ष के सवालोें का जवाब नहीं दे पाये। उन्होंने कहा कि कांग्र्रेस ने दिखाया कि सरकार ने कैसे अपने वादों पर पलटी खायी और किन-किन मुद्दों पर यू-टर्न लिया तथा इसे छिपाने के लिये झूठे आँकड़े गढ़ के साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने यह भी दिखाया कि कांग्रेस एक जिम्मेदार विपक्ष है और वह लोगों के मुद्दे उठाती है और सरकार की जवाबदेही तय करती है।

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