नयी दिल्ली 09 मार्च, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कांग्रेस पर चौतरफा हमला करते हुये उसके कार्यकाल में चलाये गये कई कार्यक्रमों की विफलता के लिए उसे ही जिम्मेदार ठहराते हुये कहा कि हमें जो चीज विरासत में मिली है उसकी सफाई करते करते हमारा दम उखड़ रहा है। श्री मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जबाव देते हुये गंगा की सफाई से लेकर कौशल विकास, शिक्षा, स्वच्छता अभियान जैसे कार्यक्रमों को लागू करने में कांग्रेस की विफलता पर उसकी जमकर खिंचाई की और कटाक्ष करते हुये उसे पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में 30 फीसदी अनपढ लोगों को टिकट देने की सलाह दे डाली। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को मृत्यु की तरह वरदान मिला हुआ है जिसमें किसी के निधन के लिए सीधे मृत्यु जिम्मेदार नहीं होती है। किसी न किसी कारण को वजह बताया जाता है कि उस बीमारी या उसकी वजह से मृत्यु हुयी है। इसी तरह से किसी भी आरोप के लिए कांग्रेस पर हमला नहीं बल्कि विपक्ष का उल्लेख किया जाता है जबकि बहुजन समाज पार्टी या किसी दूसरे दल के नाम लेकर खबरे लिखी जाती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें ऐसे समय में देश संभालने का मौका मिला जब भ्रष्टाचार, भाई भतीजावाद ने देश को झकझोर दिया था और दुनिया में भारत की छवि खराब हो रही थी।
उन्होंने कहा कि सरकार नीतियों पर चलती है न कि व्यक्तिगत आधार पर। उनकी सरकार ने 20 वर्षाें से लंबित पडी 15 लाख करोड रुपये की 300 परियोजनायें शुरू की हैं। इतने बडे देश में केन्द्रीकृत प्रणाली से काम नहीं चलने का उल्लेख करते हुये उन्होंने कहा विकेन्द्रीकरण पर जोर दिया जा रहा है और इसी के तहत रेल मंत्रालय को एक हजार करोड रुपये तक की परियोजनाओं को मंजूरी देने का अधिकार दिया गया है। इसके साथ ही पर्यावरण की मंजूरी स्थानीय स्तर पर दिये जाने की प्रक्रिया भी शुरू की गयी है। उन्होंने कांग्रेस पर हमला करते हुये सवाल किया कि 30 वर्ष पूर्व राजीव गांधी ने गंगा की सफाई शुरू की थी लेेकिन अब भी गंगा गंदी क्यों है। स्वच्छता और कौशल विकास कार्यक्रम भी कांग्रेस के कार्यकाल में शुरू किये गये थे लेकिन उनकी सरकार स्वच्छता को जन आंदोलन बनाने की दिशा में काम कर रही है ताकि वर्ष 2019 तक महात्मा गांधी के सपने को साकार किया जा सके। स्वच्छता कार्यक्रम भी 30 वर्ष पूर्व शुरू किया गया लेकिन अब तक उसका परिणाम नहीं दिखा लेेकिन स्वच्छ भारत अभियान के तहत चार लाख स्कूलों में शौचालय बनाये गये हैं। छत्तीसगढ की एक वृद्ध महिला ने अपनी तीन बकरियों को बेचकर शौचालय बनवाया है।

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