भागलपुर 26 अप्रैल (वार्ता) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में शराबबंदी कानून के लागू होने का श्रेय महिलाओं को देते हुए इसे नारी शक्ति की जीत बताया है। श्री कुमार ने आज यहां भागलपुर और बांका जिलों के स्वयं सहायता समूह के जुड़ी महिलाओं के सम्मलेन को संबोधित करते हुए कहा कि समाज की महिलाओं की बातों और उनके मजबूत इरादों के बूते उनकी सरकार ने बिहार में शराबबंदी का कानून लागू करने का काम किया है। इस कानून के समर्थन में बच्चे , बूढ़े , महिलायें सभी ने सहयोग देने काम किया है। शराबबंदी के समर्थन में एक करोड़ 19 लाख स्कूली बच्चों के अभिभावकों के हस्ताक्षर जहां प्राप्त हुए वहीं दूसरी ओर नौ लाख जगहों पर स्लोगन लिखे गये हैं , इससे एक वातावरण बना है। देश के अन्य राज्यों में भी शराबबंदी लागू करने की जरूरत है ताकि एक सभ्य समाज का निर्माण हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि घूघंट में रहने वाली महिलायें आज घर से बाहर निकलकर समाज के उत्थान के लिए काम कर रही है जिससे एक अच्छा वातारण बना है। खासकर गरीब परिवार महिलाओं में काम करने की बहुत क्षमता है, इसलिए उनकी क्षमता के सदुपयोग के लिए प्रदेश में बिहार रूरल लाइवलिहुड प्रोजेक्ट जीविका के माध्यम से कई तरह की योजनायें चलाने का काम किया है।
श्री कुमार ने कहा कि उनकी सरकार ने स्वयं सहायता समूह के माध्यम से महिलाओं को जोड़ने का काम करते हुए उनके परिवारों के बीच रोजगार मुहैय्या कराने और उनकी आमदनी में वृद्धि करने के लिए हरसंभव प्रयास किया है। आज महिलाओं के उत्पादक शक्ति का उपयोग किया जा रहा है ,जिससे बिहार विकास की नई ऊंचाईयों पर पहुंच सकता है। उन्होंने कहा कि देश भर में बिहार में जीविका के मॅाडल को अपनाने का काम किया गया है जो राज्य सरकार की एक बड़ी उपलब्धि है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जीविका से जुड़ी महिलाओं के बीच जागृति आई और आज वे अपनी समस्याओं को लेकर संगठित होकर आपसी मेल-जोल से उसके समाधान में लगी हुई है। हमारी सरकार ने 2700 करोड़ की लागत से महिलाओं के कल्याण के लिए कई कार्य कर रही है । मौजूदा समय में जीविका के तहत दस लाख स्वयं सहायता समूह का गठन होना है। जिसके माध्यम से महिलाओं की आमदनी और उनके लिए रोजगार में वृद्धि होनी है। श्री कुमार ने कहा कि शराबबंदी कानून को लागू करने में यदि प्रदेश के किसी थाना क्षेत्र में शिथिलता बरती जाती है तो संबंधित थानाध्यक्ष के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी और उक्त थाना प्रभारी की पोस्टिंग अगले दस साल तक किसी थाने में नहीं होगी। समारोह को राज्य के जल संसाधन मंत्री ललन सिंह और मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने भी संबोधित किया। इस बीच सभा स्थल पर अचानक एक पंखे के टूटकर गिर जाने से वहां कुछ समय के लिए अफरा तफरी मच गयी। इस घटना में मंजू देवी घायल हो गयी जिसे इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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