पटना 26 अप्रैल, बिहार भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने आज कहा कि सत्तारूढ़ महागठबंधन के सबसे बड़े घटक दल राष्ट्रीय जनता दल(राजद) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सात निश्चयों पर ही प्रश्न चिन्ह खड़ा कर यह जता दिया है कि सरकार के अंदर राजद अन्य घटक जनता दल यूनाइटेड(जदयू) से एक बड़ी ताकत है । भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं विधान पार्षद मंगल पांडेय ने यहां प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मुख्यमंत्री श्री कुमार अपने सात निश्चयों का ढिंढोरा पीट रहे है और सरकार के सिर्फ छह माह के कार्यकाल में ही महागठबंधन के सबसे बड़े घटक राजद को इस पर संदेह होने लगा है । राजद ने मुख्यमंत्री के सात निश्चयों पर प्रश्न चिन्ह खड़ा किया है । श्री पांडेय ने कहा कि राजद अध्यक्ष श्री लालू प्रसाद यादव ने श्री कुमार के नल से जल की योजना पर संदेह जाहिर करते हुए राजद कोटे के मंत्रियों के साथ कल बैठक की । राजद को यह आशंका है कि श्री कुमार अपने सात निश्चयों को अमली जामा नहीं पहना सकेंगे । उन्होंने कहा कि श्री कुमार सात निश्चयों को पूरा करने का सिर्फ ढिंढोरा पीट रहे है ।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि महागठबंधन के बड़े घटक राजद के 80 विधायक है और राजद अध्यक्ष श्री यादव यह बताना चाहते है कि उनकी पार्टी अब बड़े दल की भूमिका में है । श्री यादव अब यह लोगों को संदेश देना चाहते है कि सरकार के अंदर उनकी पार्टी की बड़ी ताकत है । उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के सात निश्चयों में बदलाव करने का संकेत देकर श्री यादव ने दल के विचार को जाहिर कर दिया है । श्री पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कुमार जब कल प्रमंडलीय बैठक की समीक्षा कर रहे थे तभी राजद अध्यक्ष श्री यादव महागठबंधन सरकार में शामिल राजद कोटे के मंत्रियों के साथ बैठक की । राजद की बैठक में मुख्यमंत्री के सात निश्चयों पर विस्तार से चर्चा के बाद उसमें बदलाव करने का संकेत दिया गया । उन्होंने कहा कि बड़े भाई राजद अध्यक्ष श्री यादव और छोटे भाई मुख्यमंत्री श्री कुमार के बीच टकराव अब स्पष्ट रूप से दिखाई पड़ रहा है । प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राजद अध्यक्ष अब मुख्यमंत्री की भूमिका में आ गये है । राजद के मंत्रियों को श्री यादव बराबर निर्देश देने के साथ ही बयान दिलवा रहे है । उप मुख्यमंत्री और राजद अध्यक्ष के पुत्र तेजस्वी यादव ने भी श्री कुमार के सात निश्चयों से बाहर निकलना चाहते है । उप मुख्यमंत्री ने भी सात निश्चयों की समीक्षा किये जाने की बात कही है । उन्होंने कहा कि राजद अध्यक्ष भी चाहते है कि श्री कुमार के सात निश्चयों में उनके मुद्दे को भी शामिल किया जाये । राजद अध्यक्ष अब आगे आकर नेतृत्व करना चाहते है ।

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