पटना/बेतिया 26 अप्रैल (वार्ता) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भले ही राज्य में पूर्ण शराब बंदी लागू कर दी हो लेकिन एक निजी समाचार चैनल के स्टिंग में जो खुलासा हुआ है, उसमें शराबबंदी के बावजूद भारत-नेपाल सीमा से लगे पश्चिम चंपारण जिले के नरकटियागंज विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक विनय वर्मा कुछ मीडियाकर्मियों को शराब ऑफर करते दिख रहे हैं। एक निजी टीवी चैनल की स्टिंग में विनय वर्मा ने अपने घर में शराब रखने और पीने की दावत देने की बात कहते दिख रहे है। करीब दस मिनट के स्टिंग में विधायक को यह कहते दिखाया गया कि उनके आवास पर शराब पीने में कोई परेशानी नहीं होगी। स्टिंग के दौरान विधायक श्री वर्मा यह भी कह रहे हैं कि उनके पटना और नरकटियागंज स्थित घरों पर शराब मौजूद है जिसमें तमाम अच्छे ब्रांड्स हैं। नरकटियागंज विधानसभा क्षेत्र से पहली बार विधायक बने विनय वर्मा के स्टिंग को लेकर राजधानी पटना से उनके विधानसभा क्षेत्र नरकटियागंज तक सत्ता के गलियारों में हड़कंप मचा है।
स्टिंग में यह बात भी साफ हो गयी कि शराबबंदी के बाद राज्य में अब नेपाल से शराब सप्लाई हो रही है। शराब की एक बोतल को बॉर्डर पार कराने के दो सौ रुपये लग रहे हैं। स्टिंग में ये भी सामने आया कि कैसे नेपाल के शराब विक्रेताओं ने सीमा पर मिलीभगत कर रखी है जिससे शराब बिहार आ रही है। इस बीच स्टिंग के सामने आने के बाद विधायक श्री वर्मा ने अपना बचाव करते हुए कहा कि वह टी-टोटलर हैं ,लेकिन कभी शराब को हाथ नहीं लगाया है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक षडयंत्र के तहत उन्हें फंसाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्टिंग करने वाले मीडियाकर्मी कुछ दिन पूर्व उनसे मिले और कहा कि वह एक समाचार चैनल से आये हैं। पटना के चार सितारा चाणक्य होटल में उसने पर्यटन समेत अन्य मुद्दों पर लंबी बातचीत हुई। इस दौरान हमने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की शराबंबदी की पहल के लिए खूब तारीफ भी की लेकिन, उसे चैनल ने नहीं दिखाया। सवाल पूछने वाले ने कहा कि नेपाल के इलाके में शराब मिलती है तो मैने कहा कि हां वहां मिलती है। इसे ही उलटा-पुलटा कर दिखाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस मामले में वह शीघ्र ही निजी टीवी चैनल के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे।
वहीं राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री और भाजपा नेता सुशील मोदी ने भी विधायक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि मुख्यंमत्री नीतीश कुमार में हिम्मत है तो आरोपी विधायक पर कड़ी कार्रवाई करके दिखायें। उन्होंने आरोप लगाया कि ठोस कार्रवाई करने की बजाए सिर्फ दिखावे के लिए पुलिस विधायक के आवास पर छापेमारी की है। इस बीच महागठबंधन सरकार में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के कोटे से बने अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री अब्दुल गफूर ने कहा कि मामले में कांग्रेस विधायक को जबरन फंसाने की साजिश की जा रही है। ऐसा लगता है कि स्टिंग में कही गयी बातें उनके मुंह में उंगली डालकर कहलवाई गयी है। उन्होंने पूरे मामले में गहनता से जांच की मांग की है। इससे पूर्व स्टिंग प्रसारित होने के बाद कुछ समय बाद ही विधायक श्री वर्मा के नरकटियागंज स्थित आवास पर पुलिस ने छापेमारी की लेकिन उनके आवास से एक भी शराब की बोतल बरामद नहीं हुई।

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