महिलाओं के मंदिर-मस्जिद में प्रवेश के विरुद्ध नहीं हूं : शंकराचार्य - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 30 अप्रैल 2016

महिलाओं के मंदिर-मस्जिद में प्रवेश के विरुद्ध नहीं हूं : शंकराचार्य

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ग्वालियर, 30 अप्रैल, द्वारिका और शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने आज कहा कि वे महिलाओं के शनि शिंगनापुर सहित मंदिर-मस्जिद में प्रवेश के विरुद्ध नहीं हैं। स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने मध्यप्रदेश के ग्वालियर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि महिलाओं के प्रति अन्याय दुष्कर्म आदि की समस्या को लेकर कोई पहल नहीं की जा रही है। शिर्डी के सांई बाबा पर फिर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि हम अपने देवी देवताओं का अपमान कर रहे हैं इसी के चलते देश मे अकाल, अतिवृष्टि आदि प्राकृतिक आपदाएं हो रही है। उन्होंने कहा कि जनता को गणेशजी की पूजा करना चाहिए उससे ही इन अकाल पर अंकुश लग सकेगा। 

उन्होंने कहा कि कोई भी धर्म भी भारत के सनातन धर्म का कुछ नहीं बिगाड़ पाए, अब सांई बाबा के नाम पर आरती, मंत्र आदि बनाकर सतातनी परंपरा को समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है। शंकराचार्य ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) विवाद पर कहा कि वहां मार्क्स से प्रभावित युवाओं के कारण ही यह हुआ। वह राष्ट्र को छोड़ मार्क्स के वाक्यों को ही सर्वोपरि मानते हैं। उनमें नैतिक शिक्षा का अभाव था, इसलिए उन्होंने अफजल गुरू को विशेष बताते हुए नारेबाजी की। स्वामी स्वरूपानंद ने कहा कि देश में नैतिक शिक्षा पर फिर से जोर देने, शराब सहित अन्य नशों के खिलाफ मुहिम चलाने के लिए वह उज्जैन कुंभ के दौरान 16 मई को भारत साधू समाज की बैठक कर उसकी राय के साथ जनता में संदेश देंगे। युवा पंजाब में नशे का आदी है ही और अब मध्यप्रदेश भी उसकी चपेट में आ गया है। 

स्वामी जी ने कहा कि देश में भ्रष्टाचार ग्राम सरपंच के चुनावों से शुरू होकर लोकसभा के चुनावों तक है। लोकसभा में करोडपति सदस्यों की संख्या अधिकतम है, ऐसे में वह गरीबों की बातों पर क्या विचार करेंगे। कुंभ में अखाडों की लड़ाई के बारे में पूछे जाने पर स्वामी जी ने कहा कि अखाडों के नहाने के बाद आम जनता नहाती है ऐसे में कुछ बात हो जाती है और अखाडों में लडाई हो गई होगी। आगस्ता हेलीकॉप्टर डील में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का नाम सामने आने के बारे में उन्होंने कहा कि आरोप सिद्ध हों तो सजा दी जाए, चाहे वह कोई भी हो। स्वामी जी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कोई जोशी कहते हैं कि हमारे नार्थ ईस्ट के स्वयंसेवक गौमांस खाते हैं। ऐसे लोग भारत को क्या परंपरागत धर्म के अनुसार आगे बढा सकेंगे। ऐसे लोगों से हमें सावधान रहना होगा। उन्होंने कहा कि छुआछूत तो देश से लगभग समाप्त हो गई है। उन्होंने यह भी कहा कि वह आरक्षण के खिलाफ हैं।

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