पटना,21 अप्रैल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने के फैसले पर शनिवार को यहां होने वाली पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में मोहर लगेगी । जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर श्री कुमार की ताजपोशी 23 अप्रैल को यहां होने वाली राष्ट्रीय परिषद की बैठक में होगी । उन्होंने बताया कि इस बैठक में देश के सभी राज्यों से आने वाले पार्टी के प्रतिनिधियों के अलावा सभी प्रदेश अध्यक्ष,जिला अध्यक्ष,सांसद और विधायक हिस्सा लेंगे । श्री सिंह ने बताया कि बैठक में शामिल होने वाले अन्य लोगों में कर्नाटक के पूर्व मंत्री और जे0पी0 आंदोलन में सक्रिय रहे पी जी आर सिधिंया, कर्नाटक विधान परिषद के पूर्व अध्यक्ष बी आर पाटिल, आंध्रप्रदेश विधान परिषद के सदस्य यादव रेड्डी, समता पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष वी वी कृष्णराव तथा मुम्बई के मजदूर नेता शशांक राव प्रमुख हैं ।
जदयू नेता ने कहा कि पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक ऐसे समय हो रही है जब देश कई गंभीर समस्याओं से जूझ रहा है । नरेन्द्र मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण समस्याएं दिन-प्रतिदिन गंभीर होती जा रही हैं । उन्होंने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी ने जनता से जो भी वादे किये थे उन्हें पूरा करने में वह पूरी तरह विफल रही है । श्री सिंह ने कहा कि अक्टूबर-नवम्बर 2015 में हुये बिहार विधानसभा के चुनाव दो गठबंधनों के बीच लड़ा गया था। एक गठबंधन का नेतृत्व खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कर रहे थे जबकि दूसरे का नेतृत्व श्री नीतीश कुमार कर रहे थे । उस चुनाव में बिहार की जनता ने श्री मोदी के नेतृत्व वाले गठबंधन को नकार दिया । उन्होंने कहा कि जनता की उम्मीदों को पूरा करने में विफल केन्द्र की वर्तमान सरकार के खिलाफ उनकी पार्टी अलग राजनीतिक विचारधारा और नीति के साथ देश को एक विकल्प देने को तैयार है । जदयू के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बिहार विधानसभा के चुनाव के नतीजों से पूरे देश में उम्मीद जगी है कि जदयू समान विचारधारा वाले धर्मनिरपेक्ष दलों के समर्थन से देश को मजबूत राजनीतिक विकल्प दे सकता है । उन्होंने बताया कि बैठक में पार्टी राष्ट्रीय महत्व के विषयों पर अपना नजरिया स्पष्ट करेगी ।

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