नयी दिल्ली, 26 अप्रैल, विपक्ष ने रेल मंत्री सुरेश प्रभु पर महज ताली बजवाने की खातिर लोकलुभावनी घोषणाएं करने और उनके क्रियान्वयन के लिए संसाधन जुटाने की व्यवस्था नहीं करने का आरोप लगाते हुए आज उन्हें सलाह दी कि बुलेट ट्रेन चलाने की बजाए लोगों को पहले बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करायी जानी चाहिए। लोकसभा में वर्ष 2016-17 के लिए रेलवे की अनुदान मांगों पर चर्चा की शुरुआत करते हुए कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खडगे ने मोदी सरकार पर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया और कहा कि इस सरकार के मंत्री सोच समझकर मंत्रालय से जुड़ी योजनाओं को लेकर आश्वासन नहीं देते हैं। रेल मंत्री ने पिछले दो साल में जो भी घोषणाएं की हैं उसके परिणाम देखने को नहीं मिल रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि श्री प्रभु ने रेल मंत्री बनने के बाद सिर्फ मेजें थपथपाने और ताली बजाने के लिए बडे बडे वादे किए हैं लेकिन यह नहीं बताया है कि इन योजनाओं के लिए पैसा कहां से आएगा। निधि जुटाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की है। उन्होंने कहा कि पैसे के बिना विकास कार्य नहीं हो सकते हैं। लोगों को खुश करने के लिए लोकलुभावनी बातें करके विकास कार्य नहीं किए जा सकते, इसलिए योजना बनाने से पहले रेल मंत्री को उन परियोजनाओं को पूरा करने के लिए संसाधन जुटाने पर भी विचार करना चाहिए था। कांग्रेस नेता ने कहा कि संसाधन जुटाने की बजाए रेल मंत्री ने रेलवे विकास निधि तथा राष्ट्रीय रेल सरंक्षण कोष जैसी कई योजनाओं के लिए आवंटन में भारी कटौती की है। रेलवे विकास निधि के लिए 2015-16 में 2500 करोड रुपए दिए गए थे लेकिन इस बार उसमें 50 प्रतिशत की कटौती की गयी है।
मंगलवार, 26 अप्रैल 2016
प्रभु के पास क्रियान्वयन की ठोस योजना नहीं : विपक्ष
Tags
# देश
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
देश
Labels:
देश
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
संपादकीय (खबर/विज्ञप्ति ईमेल : editor@liveaaryaavart या वॉट्सएप : 9899730304 पर भेजें)

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें