तहसील स्तर पर बच्चों के आधार पंजीयन का कार्य शुरू
जिले की आंगनबाडी केन्द्रों में दर्ज शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों का आधार पंजीयन कार्य अब आंगनबाडी केन्द्रों के अलावा अनुविभागीय कार्यालयों में भी बनाए जाने का कार्य आज से शुरू हुआ है। कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने जिला मुख्यालय पर उक्त कार्य का प्रारंभ करते हुए अमले से कहा कि कोई भी बच्चा आधार पंजीयन से वंचित ना रहे के पुख्ता प्रबंध सुनिश्चित किए जाए। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री देवेन्द्र सुंदरियाल से कहा कि समय-समय पर औचक निरीक्षण की भी व्यवस्था क्रियान्वित की जाए। अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया ने भी बच्चों के आधार पंजीयन की प्रक्रिया को समझा और उन्होंने मास्टर कृष्णा की फोटो टेबलेट से स्वंय खींची और आॅन लाइन प्रक्रिया दर्ज की। आधार पंजीयन कार्य के प्रभारी ने बताया कि जिले में कुल 15 लाख 42 हजार 490 आधार पंजीयन कार्ड बनाए जाने है जिसमें से अब तक 11 लाख 69 हजार 512 के कार्ड जारी किए जा चुके है। आयु वर्ग अनुसार शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चे एक लाख 71 हजार 560 में से 39 हजार 649 तथा पांच से 18 वर्ष तक के चार लाख 83 हजार 398 में से दो लाख 89 हजार सात सौ और 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में आठ लाख 87 हजार 532 में से आठ लाख 35 हजार 478 व्यक्तियों का आधार पंजीयन कर उन्हें कार्ड जारी किए जा चुके है।
जल प्रबंधनों की जानकारी कार्यशाल में दी गई
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत एक दिवसीय तकनीकी कार्यशाला का आयोजन शुक्रवार को एसएटीआई के कांफ्रेस हाल में किय गया था। जिसमें जिला पंचायत सीईओ श्री दीपक आर्य, एसएटीआई के डायरेक्टर श्री जेएस चैहान, जिला पंचायत के अतिरिक्त सीईओ श्री भूपेश गुप्ता, मास्टर टेªनर्स श्री एके नेमा के अलावा समस्त जनपदों के सीईओ, वाटर शेड के प्रबंधक और समस्त उपयंत्री मौजूद थे। जिला पंचायत सीईओ श्री दीपक आर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की मुख्य बिन्दु जल प्रबंधन है इसके लिए पूर्व निर्मित की गई जल संरचनाओं में भराव सतत बना रहें वही आवश्यकता के अनुसार नई जल संरचनाओं का निर्माण कराया जाना है। विभागीय अमलों को तकनीकी मार्गदर्शन देने के उद्धेश्य से आयोजित इस कार्यशाला में उन्हें विषय विशेषज्ञों के द्वारा आवश्यक जानकारियां दी गई है। जिला पंचायत सीईओ श्री आर्य ने कहा कि बिना जनभागीदारी के इस महती कार्यक्रम को सफल नही बनाया जा सकता है। उन्होंने कार्यक्षेत्रों में स्थानीय रहवासियों को अभिप्रेरित करने की बात कही। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढी को हम जल की प्रचुर मात्रा विरासत में कैसे दे सकते है का दायित्व हम सबका है। एसएटीआई के संचालक श्री चैहान ने बहते जल को रोकने के लिए कम लागत पर संरचनाओं का निर्माण कैसे संभव है की प्रायोगिक जानकारी दी वही मास्टर टेªनर्स श्री नेमा ने पंचजा की महत्वता को रेखांकित करते हुए कहा कि जल भराव आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है इसके लिए अधिक से अधिक पौधरोपण कर हम मिट्टी के क्षरण को रोक सकते है। जल स्तर बना रहे इसके लिए छोटे-छोटे तालाबों का निर्माण करने पर उन्होंने बल दिया। कार्यशाला को जिला पंचायत के अतिरिक्त सीईओ श्री भूपेश गुप्ता ने भी सम्बोधित किया। इस दौरान प्रशिक्षार्थियों की जिज्ञासाओं का समाधान विषय विशेषज्ञों द्वारा किया गया।
अनुदान प्राप्त कोचिंग का जायजा
अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया ने शुक्रवार को जिला अन्त्यावसायी सहकारी विकास समिति विदिशा के माध्यम से संचालित कौशल उन्नयन प्रशिक्षण अनुदान प्राप्त एनआईसीव्हीटी का औचक निरीक्षण किया।अपर कलेक्टर श्रीमती भदौरिया ने कोचिंग में अध्ययन कर रहे विद्यार्थियों से संवाद स्थापित कर वहा की व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारियां प्राप्त की। उन्होंने छात्राओं से कहा कि वे शासकीय कन्या महाविद्यालय में दाखिला ले ताकि शासन की योजनाओं का लाभ उन्हें मिल सकें। संस्था के प्रबंधक ने बताया कि 90 छात्र-छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षा बैकिंग के अलावा अन्य का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अपर कलेक्टर के द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करने पर उनके द्वारा सहमति व्यक्त की गई। इस अवसर पर अन्त्यावसायी के सीईओ श्री एमपी माहोर भी मौजूद थे।
आर्थिक मदद जारी
मुख्यमंत्री कृषक जीवन कल्याण योजना के एक प्रकरण में कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने एक लाख दो हजार रूपए की आर्थिक सहायता स्वीकृति के आदेश जारी कर दिए है। जारी आदेश में उल्लेख है कि लटेरी तहसील के ग्राम नयानगर निवासी श्री रघुवीर सिंह पुत्र हरीसिंह की मृत्यु कृषि कार्यो के दौरान करंट लगने से हो जाने के कारण मुख्यमंत्री कृषक जीवन कल्याण योजना के तहत कुल एक लाख दो हजार रूपए की आर्थिक सहायता मृतक के पिता श्री हरीसिंह बंजारा को जारी की गई है जिसमें दो हजार रूपए अन्त्येष्टि अनुदान भी शामिल है।
खदानो की नीलामी 11 एवं 12 को
जिला खनिज अधिकारी श्री राजेन्द्र सिंह परमार ने बताया कि जिले की नीलामी से वंचित रह गई शेष 11 खदानो की नीलामी की कार्यवाही 11 एवं 12 मई को आयोजित की गई है। ग्यारह मई को चार खदाने क्रमशः बंद्रावली, दनवास, ढिमरोली व झागर की तथा 12 मई को गमाखर, नरखेडाघाट, खेजडा काशीराम, दासखजुरी, सहजाखेडी, दुपारिया, दिघोनी शामिल है। खदान लेने के इच्छुक व्यक्ति सुरक्षानिधि नियत तारीख तक आॅन लाइन जमा कर सकते है। ततसंबंध में अन्य विस्तृत जानकारी के लिए कार्यालय कलेक्टर खनिज शाखा से कार्यालयीन दिवसों, अवधि में सम्पर्क कर प्राप्त कर सकते है।
प्रशिक्षण संस्थानों से आवेदन आमंत्रित
डिप्लोमा इन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन सर्विसेज फाॅर इनपुट डीलर्स (डीएइएसएआई) के विदिशा जिले में संचालन हेतु नोड्ल प्रशिक्षण संस्थान (एनटीआई) का चयन किया जाना हैै कि जानकारी देेते हुए आत्मा परियोजना के संचालन डाॅ आनंद बडोनिया ने बताया कि इस कार्यक्रम के संबंध मंे सम्पूर्ण विवरण एवं जिला नोड्ल प्रशिक्षण संस्थान के चयन हेतु निर्धारित मापदण्ड तथा आवेदन का प्रारूप बेवसाइट ूूूण्उंदंहमण्हवअण्पद पर उपलब्ध है। इच्छुक पात्र प्रशिक्षण संस्थान छह मई की सायं पांच बजे तक जिले के किसान कल्याण तथा कृषि विकास (आत्मा) कार्यालय में आवेदन जमा सकते है। पूर्ण भरे हुए आवेदन ही मान्य होंगे।
पुलिस भर्ती प्रक्रिया से प्रशिक्षित हो रहे है युवाजन
जिले के शिक्षित युवाओं को शासकीय नौकरियां प्राप्ति में सहूलियत हो इसके लिए उन्हें बौद्विक और शारीरिक प्रशिक्षण नई रोशनी एक पहल के द्वारा निःशुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है। नगरपालिका अध्यक्ष श्री मुकेश टण्डन ने आज खेल स्टेडियम विदिशा में फीजिकली फिटनेश कोचिंग को प्रारंभ किया। इस अवसर पर एसडीएम श्री आरपी अहिरवार, मास्टर टेªनर्स श्री राजाराम राजपूत, श्री प्रशांत रघुवंशी, श्री विनोद बडोने और श्री अम्बे सोनी भी मौजूद थे। एसडीएम श्री आरपी अहिरवार ने बताया कि पुलिस में रिक्त पदों की लिखित परीक्षा के संबंध में युवाजनों को प्रशिक्षण बरईपुरा में संचालित नई रोशनी एक पहल में दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आज पहले दिन 25 युवा और 11 युवतियां प्रशिक्षण में शामिल हुई है इसके अलावा जो अन्य प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहते है व हर रोज स्टेडियम में दौड़, लम्बी कूद सहित अन्य का प्रशिक्षण मास्टर टेªनर्सो के द्वारा प्राप्त कर सकते है।



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