जमशेदपुर 24 अप्रैल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की महिला पंचायत प्रतिनिधियों से महिलाओं को खुले में शौच नहीं जाना पड़े इसके लिये कार्य करने का अनुरोध करते हुये कहा कि वर्ष 2019 तक महात्मा गांधी के सपनों का गांव बनाने का संकल्प लेना होगा। श्री मोदी ने आज यहां ग्राम उदय से भारत उदय अभियान के समापन के अवसर पर जे आर डी टाटा स्पोर्ट्स कांम्पलेक्स में पंचायत प्रतिनिधियों के सम्मेलन में कहा कि वर्ष 2019 में महात्मा गांधी की 150वीं वर्षगांठ है और उस समय तक ग्रामोदय का बीड़ा उठाकर इसे अभियान के रूप में चलाते रहे तो गांधी के सपनों का गांव बनाने में सफल रहेंगे। उन्होंने कहा कि पहली बार दिल्ली से बाहर यह कार्यक्रम हो रहा है और उनकी सरकार ने कई कार्यक्रम दिल्ली से बाहर दूसरे राज्यों में आयोजित करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि देश में तीस लाख जन प्रतिनिधि में से लगभग चालीस प्रतिशत जनप्रतिनिधि महिलायें है। उन्होंने कहा कि महिला जनप्रतिनिधियों से वह आग्रह करते है कि जिस गांव में वह बैठी है उस गांव की एक भी माता या बहनें खुले में शौच नहीं जाये यह वह तय करें। उन्होंने कहा कि स्कूलों में मध्याह्न भोजन मिलता है और इसकी भी निगरानी जन प्रतिनिधियों को करनी चाहिये और कोई भी बच्चा कुपोषण का शिकार न हो इस पर ध्यान देना चाहिये । श्री मोदी ने कहा कि महिला जन प्रतिनिधि को गरीबी रेखा से नीचे जीवन बसर करने वाली महिलाओं के प्रसव के समय उसे बेहतर सुविधा मिले इसका ध्यान रखना चाहिये और उसे अच्छा आहार मिले इसकी भी वह जिम्मेदारी उठा सकती है । उन्होंने कहा कि प्रसव के समय कभी माता और कभी बच्चा तथा कभी-कभी माता एवं बच्चे दोनों की मौत हो जाती है। इस अवसर पर अंतरण सूचकांक रिपोर्ट और पंचायती राज मंत्रालय के नये शासनादेश पुस्तिका का विमोचन किया और झारखंड सरकार के किसान सिंगल विंडो सिस्टम का आॅनलाईन का उद्घाटन किया ।
श्री मोदी ने कहा कि पंचायत जन प्रतिनिधियों को यह सुनिश्चित करना चाहिये कि गांव में बच्चों की टीकाकरण अभियान में कोई न छुटे। पल्स पोलियों की खुराक सभी को पिलाई जाये। इसके लिये जागरूकता पैदा करने की जरूरत है । यह भी संकल्प लिया जाना चाहिये कि पोलियो के कारण कोई भी दिव्यांग नहीं हो पाये । उन्होंने कहा कि किसान समृद्ध बनेगा तो गांव समृद्ध बनेगा जिससे देश समृद्ध बनेगा । हरित गांव बनाने के लिये पहल करनी चाहिये । डिजिटल इंडिया के माध्यम से ई गांव बनाने के लिये कार्य होना चाहिये । पंचायतों को संवैधानिक अधिकार मिला है और उसे जन आकांक्षाओं के प्रति उत्तरदायी होना चाहिये । गरीब की खरीद शक्ति बढेंगी तो देश की अर्थ व्यवस्था मजबूत होगी । मनरेगा के पैसे से संसाधनों का निर्माण होना चाहिये । जल संचयन पर विशेष ध्यान देना चाहिये । पैसे का सही उपायोग होगा तो गांव की सूरत बदलेगी । उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार ने किसानों के लिये किसान सिंगल विंडो सिस्टम आज जो शुरू किया है उसकी कल्पना के लिये झारखंड के मुख्यमंत्री और उनके अधिकारी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि जो सुविधा शहरों में है वह सुविधा गांवों को मिले इस दिशा में प्रयास किया जाना चाहिये । उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की भूमि से उन्हें पंचायत प्रतिनिधियों को संबोधित करने का अवसर मिला है । इस अवसर पर उन्होंने वृद्वि मूलक अंतरण सूचकांक ई पंचायत समेत अन्य अवार्ड से केरल , महाराष्ट्र ,कर्नाटक ,सिक्किम, आंध्रपदेश ,उडीसा ,गुजरात ,मध्य प्रदेश और असम के मंत्रियों और अधिकारियों को पुरस्कृत किया । समारोह के दौरान झारखंड सरकार की ओर से कृषि पर तैयार लघु फिल्म भी दिखाई गई।
इस मौके पर झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने राज्य की पुरानी पंचायत व्यवस्था की चर्चा करते हुये कहा कि महात्मा गांधी ने स्वराज से सुशासन का नारा दिया था और गा्रमोदय से भारत उदय उसी का विस्तार है । उन्होंने कहा कि 14 वें वित्त आयोग की सिफारिशों को मंजूर करने से केन्द्र से काफी राशि राज्यों को मिलेगी । उन्होंने कहा कि अगले चार वर्षो में छह हजार करोड़ रूपया झारखंड को मिलेगा । उन्होंने कहा कि झारखंड में योजना बनाओ अभियान चलाया गया और दो हजार तालाब का निर्माण करना है और 50 हजार तालाबों का जीर्णोद्वार करना है । गांव का विकास होगा तो पलायन रूकेगा । किसान सिंगल विंडो सिस्टम 100 प्रखंडों में शुरू किया गया है । इससे पहले केन्द्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री चैधरी बीरेन्द्र सिंह ने कहा कि ग्राम सभाओं में सभी समस्याओं पर चर्चा होनी चाहिये । आने वाले दिनों में गांव में रहने वालों की आमदनी दोगुनी होगी । समारोह में झारखंड की राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ,केन्द्रीय पंचायती राज राज्य मंत्री निहाल चन्द्र ,केन्द्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री सुदर्शन भगत, झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा, राज्य के कृषि मंत्री रणधीर कुमार सिंह और राज्य के संसदीय कार्य मंत्री सरयू राय समेत अन्य नेता मौजूद थे ।

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