पटना, 04 मई। पटना कला एवं षिल्प महाविद्यालय में 8 छात्रों के निलंबन के बाद छात्रों का रोष काफी बढ़ गया है। छात्रों का निलंबन वापस लेने, प्राचार्य की बर्खास्तगी छात्र-छात्राओं की सुरक्षा की गारंटी एवं काॅलेज में एम.एफ. की पढ़ाई शुरू कराने को लेकर आज आर्ट एण्ड कल्चर स्टूडेण्ट्स फेडरेषन (ए.सी.एस.एफ.) बैनर तले सैकड़ों की संख्या छात्रों ने धरना दिया । धरने पर मौजूद छात्रों ने काॅलेज व विष्वविद्यालय प्रषासन के खिलाफ नारे लगाये । धरना की सूचना पाकर जिला नियंत्रण कक्ष के दण्डाधिकारी एवं बुद्धा काॅलोनी थाना से पुलिस पहुँची। दण्डाधिकारी लगभग डेढ़ घंटे तक काॅलेज परिसर में रहे। इस दौरान उन्होंने छात्रों के अलावे षिक्षक व कर्मियों से बात किया और पूरे मामले से वरीय पदाधिकारियों को अवगत कराने का भरोसा दिलाया साथ ही, विष्वविद्यालय अधिकारियों से भी कल वात्र्ता कराने का आष्वासन दिया।
मौके पर मौजूद ए.आई.एस.एफ. के राज्य सचिव सुषील कुमार ने कहा कि विष्वविद्यालय प्रषासन की कार्रवाई ह्ास्यास्पद है। छात्रों की बातों को बिना सुने विष्वविद्यालय प्रषासन ने आठ छात्रों को निलंबित कर दिया है। यह प्राकृतिक न्याय के सिद्धांत का भी उल्लंघन है। काॅलेज प्राचार्य के सामने छात्र की पिटाई होती है उस समय प्राचार्य दोषी पर कार्रवाई के बजाय छात्रों पर ही कार्रवाई की सिफारिष विष्वविद्यालय प्रषासन से करते हैं। कुलपति भी तानाषाही फैसले सुनाते हैं। तत्काल छात्रों के निलंबन वापस कर दोषी प्राचार्य को विष्वविद्यालय प्रषासन बर्खास्त करे अन्यथा चरणबद्ध आंदोलन जारी रहेगा। मौके पर मौजूद संगठन के राज्य परिषद सदस्य अभिषेक आनंद ने कहा कि कल भी धरना जारी रहेगा। अगर कल कोई अधिकारी वात्र्ता नहीं करता है तो 6 मई को कुलपति का घेराव किया जायेगा। इस मौके पर सभा की अध्यक्षता ए.सी.एस.एफ. काॅलेज इकाई के अध्यक्ष गौरव कुमार ने की । मौके पर ए.आई.एस.एफ. के पीयू सचिव प्रभात कुमार, ए.सी.एस.एफ. के मुकेष कुमार, चंदन कुमार, दिव्या कुमारी, सहित सैकड़ों छात्र-छात्राएं मौजूद थे।

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