जल उर्जा बचत अभियान के संस्थापक संचालक पर्यावरणविद् रमेश गोयल ने मुख्यमन्त्री श्री केजरीवाल को पत्र लिखकर मांग की है कि सरकारी स्तर पर प्रदेश भर में प्रतिदिन बर्बाद होने वाली लाखों यूनिट बिजली को बचाने की व्यवस्था की जाये। उन्हांेने लिखा है कि रोहिणी हो या शालीमाार बाग, जनकपुरी हो या मायापुरी, नार्थ दिल्ली हो या साउथ दिल्ली, संसद मार्ग हो या विधान सभा यानी दिल्ली के हर क्षेत्र में सूर्योदय के बाद तथा शाम को सूर्यास्त से पूर्व ही स्ट्रीट लाइटें जलती रहती हैं। अनेक स्थानों पर दिन भर ये लाइटें जलती रहती हैं जिससे प्रतिदिन लाखों यूनिट बिजली बर्बाद होती है। जिला उर्जा संरक्षण अधिकारी व नगर निगम अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं देते। अधिकारीयों/कर्मचारियों का दायित्व निश्चित किया जाये कि यदि कहीं इस प्रकार लाईट जलती मिले तो उन पर कार्यवाही की जायेगी। उन्हांेने अत्याधिक बिजली खपत वाली सोडियम लाइटों पर प्रतिबन्ध लगाने की मांग करते हुए कहा लिखा कि इससे धन व उर्जा दोनों बचेंगे।
श्री गोयल ने लिखा है कि सभी कर्मचारियों व अधिकारियों को निर्देश दें कि अपने कमरे से बाहर निकलते हुए लाईट, पखें व ए.सी. आदि बन्द करें। अधिकारियों के कार्यालय में न होते हुए भी उनके कमरों में ए.सी., लाइटें वें पंखे चलते रहते हैं। उन्होंने लिखा है कि केन्द्र सरकार की ‘‘उजाला‘‘ योजना अनुसार सभी सरकारी कार्यालयों व सरकार द्वारा पोषित संस्थानों में एलईडी का प्रयोग अनिवार्य किया जाये। अन्त में उन्हांेने पुनः मांग की कि जिला में उर्जा सरंक्षण अधिकारी को इस ओर विशेष व व्यक्तिगत ध्यान देने के लिए निर्देश जारी करते हुए उर्जा बचत पर विशेष अभियान चलाया जाये।

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