श्रीनगर, 02 मई, नेशनल काॅन्फ्रेंस (एनसी) ने आज कहा कि केन्द्र ने पिछले साल कश्मीरी अलगाववादी नेताओं के पाकिस्तानी उच्चायुक्त के साथ बातचीत किये जाने के मुद्दे पर दोनों देशों के बीच होनेवाले द्विपक्षीय वार्ता को रद्द करने की गलती आखिरकार स्वीकार कर ली। एनसी के नेता उमर अब्दुल्ला विदेश राज्यमंत्री वी के सिंह के उस बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे जिसमें उन्होंने (जनरल सिंह ) कहा था कि भारत में किसी भी देश के जनप्रतिनिधियों के साथ कश्मीरी अलगाववादी नेताओं के बातचीत पर कोई पाबंदी नहीं है।” एक स्थानीय समारोह से इतर संवाददाताओं से बातचीत में श्री अब्दुल्ला ने कहा कि केन्द्र सरकार ने पिछले साल कश्मीरी अलगाववादी नेताओं द्वारा पाकिस्तानी उच्चायुक्त के साथ बातचीत करने के बाद दोनों देशों के बीच के द्विपक्षीय वार्ता को रद्द करने की भूल स्वीकार कर ली है।
उन्होंने कहा, “हमने बार-बार इस बात को दोहराया कि पाकिस्तान के साथ वार्ता रद्द करना एक भूल थी।” उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को आखिरकार अपनी गलती स्वीकारे जाने के लिए धन्यवाद और भविष्य में निर्णय लेने में इस तरह की गलती नहीं दोहरायी जायेगी। उल्लेखनीय है कि श्री सिंह ने कहा था कि पूरा जम्मू-कश्मीर राज्य भारतीय गणराज्य का अविभाज्य हिस्सा है और सभी तथाकथित कश्मीरी नेता भारतीय नागरिक हैं। भारत में किसी भी देश के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करने में कोई पाबंदी नहीं है। हालांकि उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत प्रक्रिया में किसी तीसरी पार्टी की कोई भूमिका नहीं होगी।

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