दुमका : भ्रष्टाचार में संलिप्त पदाधिकारी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 14 मई 2016

दुमका : भ्रष्टाचार में संलिप्त पदाधिकारी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग

मोटी राशि वसूलने के बाद जिले से बाहर के कनीय संवदेकों के पक्ष में किया निविदा निष्पादित। विरोध में जिला परिषद् सदस्य (दुमका  क्षेत्र सं0- 19)  दिलीप हेम्ब्रम ने मुख्य सचिव, झारखण्ड राँची को पत्र लिखकर उच्चस्तरीय कमिटी का गठन कर भ्रष्टाचार के मामले में संलिप्त पदाधिकारी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की। 

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उप राजधानी दुमका में लघु-सिचाई, सिंचाई, भूमि संरक्षण, कृषि व अन्य विभागों को वर्षा पूर्व पानी संचयन व संरक्षण के कार्यों सहित अन्य तरह की योजनाओं से संबंधित कार्यों के संपादन के लिये विशेष निदेश राज्य व जिला प्रशासन की ओर से दिये गए हैं। वर्षा पूर्व तालाब, आहर, डोभा, चेकडेम व पानी संग्रह के अन्य साधनों का कार्य संपादित कर लिया जाए एतद कार्यों को भूमि पर उतारा भी जा रहा है किन्तु संवैधानिक नियमों की अनदेखी कर उपरोक्त कार्यों को कराये जाने की कवायद जारी है। प्राप्त समाचार के अनुसार कार्यपालक अभियंता लघु-सिंचाई विभाग तथा अधीक्षक अभियंता लघु-सिचाई अंचल, दुमका चन्द्रशेखर पंडित द्वारा सरकारी नियमों की अवहेलना करते हुए अपने मनपसंद संवेदकों के पक्ष में  टंेडर निष्पादित कर दिया जा रहा है परिणामस्वरुप अनुभवी लोग बैठे-बैठे आँसु बहा रहे हैं जबकि कम अनुभवी ठेकेदार अपनी चापलूसी की वदौलत टेंडर वर्क प्राप्त कर चांदी काट रहे हैं। अधीक्षण अभियंता लघु-सिंचाई विभाग, अंचल दुमका चन्द्रशेखर पंडित द्वारा कम अनुभवी संवेदक के नाम टेंडर टेंडर निष्पादित कर दिया गया। डब्ल्यू आर डी/ एमआईडी दुमका एफ-02, एफ-03 व एफ-08/ 2015-16 में सरकार द्वारा निर्धारित मापदण्ड का घोर उल्लंघन करते हुए वतौर कमीशन मोटी राशि की वसूली के बाद जिले से बाहर के कनीय संवदेकों के पक्ष में निविदा निस्तारित करने से संबंधित जिला परिषद् सदस्य (दुमका  क्षेत्र सं0- 19)  दिलीप हेम्ब्रम ने मुख्य सचिव, झारखण्ड राँची को पत्र लिखकर उच्चस्तरीय कमिटी का गठन कर भ्रष्टाचार के मामले में संलिप्त पदाधिकारी के विरुद्ध काननी कार्रवाई का अनुरोध किया है। 

मुख्य सचिव, झारखण्ड को लिखे पत्र में आरोप लगाते हुए जिला परिषद् सदस्य दिलीप हेम्ब्रम ने कहा है कि कार्यपालक अभियंता लघु सिचाई प्रमण्डल, दुमका द्वारा 19 मार्च 2016 को ई-निविदा आमंत्रण सूचना सं0- डब्ल्यू आर डी/ एमआईडी / दुमका/ एफ-2 08 /2015-16 प्रकाशित किया गया था। निविदा निष्पादन में अधीक्षक अभियंता चन्द्रशेखर पंडित द्वारा सरकारी  नियम/कानून  की धज्जियाँ उड़ाते हुए व वतौर कमीशन मोटी रकम की वसूली क बाद एक ऐसे संवेदक के पक्ष में निविदा निष्पादित कर दिया गया जो दूसरे जिले से ताल्लुकात रखते हैं और एक संवेदक के रुप में वे काफी जूनियर हैं। श्री हेम्ब्रम के अनुसार बाहर के जिलों में इस जिले के संवेदकों द्वारा निविदा डालने पर उन्हें इसी आधार पर छांट दिया जाता है कि वे बाहर के जिले के हैं।  अधीक्षण अभियंता चन्द्रशेखर पंडित के विरुद्ध जिला परिषद् सदस्य, मसलिया श्री हेम्ब्रम ने यह भी कहा है कि उन्होनें मोटे कमीशन पर निविदा निष्पादित/कार्य आवंटित करने के लिए विश्वसनीय एजेंट के रुप में कार्यालय सहायक उमा सिंह को रखाा है जो खुद ही अकुत सम्पत्ति का मालिक है। दिलीप हेम्ब्रम के अनुसार अधीक्षक अभियंता के लिये कार्य करने वाले उनके सहायक उमा सिंह द्वारा संवेदकों से डील कर कमीशन की राशि अधीक्षण अभियंता तक पहुँचायी जाती है। उमा सिंह एक माफिया किस्म का व्यक्ति है जो विभाग में पदाधिकारियों को अपने वश में रखने के लिये निम्न से निम्न हरकत तक करने में भी कोई संकोच नहीं करता। श्री हेम्ब्रम ने कहा पूर्व में प्रकाशित दो निविदाओं में स्थानीय संवेदक रतन कुमार दत्ता को इस आधार पर छाँट दिया था कि वे मोटी रकम विभाग के पदाधिकारियों को नहीं दे पाएँगें। विदित हो निविदा के दौरान सर्वाधिक भीड़ उमा सिंह के आवास पर देखी जाती है जहाँ देसरे विचार धारा के लोग निवास करते है। और भी कई अलग-अलग निविदाओं में भी गलतियाँ देखी गई। कई-कई संवेदकों ने  आरोप लगाते हुए कहा है कि अधीक्षण अभियंता चन्द्रशेखर पंडित जिले के वरीय संवेदकांे की अनदेखी कर बोकारो स्थित अपने एक निजी रिश्तेदार को ही कार्य आवंटित कर दिया। दूरभाष सं0- 9431974354 पर जब अधीक्षण अभियंता से उपरोक्त से संबंधित पूरी जानकारी प्राप्त करनी चाही तो उन्होनें कहा मुझे फँसाया जा रहा है। मैनें पूरी पारदर्शिता के साथ ही कार्यों को आवंटित किया है। अभी राँची में हूँ, दुमका पहुँचने पर सारी बातें स्पष्ट कर दूँगा। 




---अमरेन्द्र सुमन---
दुमका 

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