मंडुआडीह की जगह बनारस हो स्टेशन का नाम - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 10 मई 2016

मंडुआडीह की जगह बनारस हो स्टेशन का नाम

  • फेसबुक और ट्वीटर पर रेलमंत्री सुरेश प्रभु को भेजा जा रहा डिमांड लेटर 
  • अभियान चला रखा है काशी के सीनियर रिपोर्टर एके लारी ने 


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वाराणसी (सुरेश गांधी )। धर्म एवं आस्था की नगरी काशी में इन दिनों मंडुआडीह स्टेशन का नाम बदलकर बनारस करने और कबीर एक्सप्रेस चलाने की मांग तेज हो गयी है। इसके लिए सीनियर रिपोर्टर एके लारी ने मुहिम चला रखी है। सप्ताहभर हजारों लोगों ने रेल मंत्री सुरेश प्रभु को ट्वीटर और फेसबुक के जरिए अपनी फरियाद भेज चुके है। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय कार्यालय यानी मिनी पीएमओ हाउस में भी डिमांड लेटर दिया गया है। अफसोस है कि सप्ताहभर बाद भी मोदी या प्रभु की तरफ से अभी कोई जवाब नहीं आया है। 

डिमांड लेटर में कहा गया है कि रेल मंत्री जी इस प्राचीनतम नगरी में बनारस नाम का कोई स्थान नहीं है। जबकि पूरी दुनिया में वाराणसी की पहचान काशी और बनारस के रूप में है। बेहतर होगा कि मंडुआडीह रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर बनारस कर दिया जाए। डिमांड लेटर में सुझाव यह भी है कि मंडुआडीह के निकट ही स्थित लहरतारा में संत कबीर की जन्मस्थली है। उनकी जयंती की तारीख भी नजदीक आ रही है। अगर उनकी ज्यंती के दिन कोई ट्रेन चला दी जाएं तो बेहतर होगा। अगर ये संभव न हो रात में दिल्ली जाने वाली ट्रेन का नाम ही कबीर एक्सप्रेस कर दिया जाएं। 

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