नयी दिल्ली 10 मई, अगस्ता वेस्टलैंड मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसद के बाहर दिये गये बयान पर उन्हें घेरने में जुटी कांग्रेस पर पलटवार करते हुए वित्त मंत्री अरूण जेटली ने आज राज्यसभा में कहा कि प्रधानमंत्री के चुनावी भाषण में भ्रष्टाचार पर बोलने पर रोक नहीं लगायी जा सकती। कांग्रेस के एक सदस्य द्वारा इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के खिलाफ विशेषाधिकार हनन के प्रस्ताव का जिक्र किये जाने पर श्री जेटली ने कहा कि संसद के बाहर एक नेता का दूसरे नेता के खिलाफ चुनावी भाषण कब से विशेषाधिकार हनने की श्रेणी में माना जाने लगा। उन्होंने कहा कि चुनाव के राजनीतिक भाषण एक नेता के दूसरे नेता के खिलाफ प्रचार का हिस्सा होते हैं। कांग्रेस के उप नेता आनंद शर्मा ने इसका विरोध करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री हमेशा प्रधानमंत्री होते हैं चाहे वह संसद में हों या बाहर और उनके संसद या बाहर दिये गये बयानों में अंतर नहीं किया जा सकता। वह उस मुद्दे पर बाहर बयान कैसे दे सकते हैं जिस पर संसद में व्यापक बहस हो चुकी है। श्री जेटली ने कहा कि प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार के मुद्दे पर संसद और उसके बाहर दोनों जगह बोल सकते हैं इस पर कोई रोक नहीं है। उप सभापति पी जे कुरियन ने इस पर कहा कि इस मुद्दे पर सदन में बहस की जरूरत नहीं है। यदि किसी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया जाता है तो उस पर निर्णय सभापति को लेना है।
मंगलवार, 10 मई 2016
प्रधानमंत्री के चुनावी भाषण पर पाबंदी नहीं : जेटली
Tags
# देश
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
देश
Labels:
देश
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
संपादकीय (खबर/विज्ञप्ति ईमेल : editor@liveaaryaavart या वॉट्सएप : 9899730304 पर भेजें)

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें