नयी दिल्ली, 11 जून, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान सामरिक भागीदारी के सम्बन्ध में दोनों देशों के संयुक्त वक्तव्य की तीखी आलोचना करते हुए कहा है इससे भारत की स्वंत्रत विदेश नीति खतरे में पड़ गयी है। पार्टी के महासचिव सुधाकर रेड्डी ने आज यहाँ जारी बयान में कहा कि भारत की विदेश नीति गुट निरपेक्षता पर आधारित थी लेकिन अब इस वक्तव्य के जारी होने के बाद भारत की विदेश नीति दक्षिण पंथ की तरफ झुक गयी है और भारत को एशिया में किसी देश पर अमेरिकी हमले का साथ देना होगा और उसे सामरिक मदद भी करनी पड़ेगी । उन्होंने कहा की कांग्रेस ने जो अमेरिका समर्थक विदेश नीति शुरू की थी उसकी परिणति इसी रूप में होनी थी । उन्होंने यह भी कहा कि भारत को अमेरिका से अब छह परमाणु रिएक्टर भी खरीदने पड़ेंगे जो उसके किसी काम के नहीं हैं। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों पर संसद में बहस होनी चाहिए और इसके बिना किसी देश से इस तरह की भागीदारी नहीं की जानी चाहिए । पाटी ने संसद में इसका विरोध करने का भी फैसला किया है। गौरतलब है कि माकपा पहले ही इस व्यक्तव्य का विरोध कर चुकी है
शनिवार, 11 जून 2016
भाकपा ने की मोदी और ओबामा के संयुक्त बयान की आलोचना
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