वाशिंगटन 08 जून, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत और अमेरिका की साझीदारी काे एक दूसरे के लिए अपरिहार्य बताते हुए आज कहा कि इससे दुनिया के दो बड़े लोकतंत्रों को परस्पर फायदा होगा तथा दुनिया में शांति, स्मृद्धि और स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा। श्री मोदी ने आज यहां अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि अमेरिका भारत के लिए अपरिहार्य साझीदार है और अमेरिका भी इस बात को मानता है कि मजबूत तथा समृद्ध भारत उसके सामरिक हित में है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि दोनों देशों को अपने साझा मूल्यों तथा विचारों को व्यावहारिकता के धरातल पर उतारते हुए अतीत की छाया को भुलाकर आगे बढ़ना चाहिए। कांग्रेस सदस्यों की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच मजबूत साझीदारी से एशिया से लेकर अफ्रीका और हिन्द महासागर से लेकर प्रशांत महासागर तक शांति,स्मृद्धि तथा स्थिरता आयेगी। भारत को अमेरिका का भरोसेमंद साझीदार बताते हुए उन्होंने कहा कि 7.6 फीसदी की दर से बढ़ रही भारतीय अर्थव्यवस्था दोनों देशों की परस्पर आर्थिक मजबूती के लिए नये अवसर लेकर आयी है। श्री मोदी अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित करने वाले छठे प्रधानमंत्री हैं। इस संबोधन के लिए उन्हें अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के स्पीकर पाल रायन ने आमंत्रित किया था। यह संयोग है कि इसी कांग्रेस के सदस्यों ने कुछ वर्ष पूर्व श्री मोदी को अमेरिकी वीजा न देने की वकालत की थी और आज उसी कांग्रेस के सभी सदस्य उनके संबोधन के दौरान कई बार खड़े होकर तालियां बजाते हुए नजर आये।
गुरुवार, 9 जून 2016
अमेरिका हमारे लिए अपरिहार्य साझीदार : मोदी
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