मुंबई 13 जून, वैश्विक बाजारों में आई बड़ी गिरावट तथा स्थानीय स्तर पर औद्योगिक उत्पादन के कमजोर आँकड़े आने से आज घरेलू शेयर बाजारों में शुरुआती कारोबार में एक फीसदी से अधिक की गिरावट रही। बीएसई का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1.23 फीसदी यानी 327.62 अंक लुढ़ककर 26327.62 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निक्की 1.14 प्रतिशत अर्थात् 93.35 अंक फिसलकर 8,076.70 अंक पर आ गया। यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के बाहर होने की चिंता में जापान का निक्की 3.18 प्रतिशत, हांगकांग का हेंगसेंग 2.48 प्रतिशत, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 1.74 प्रतिशत तथा चीन का शंघाई कंपोजिट 1.17 प्रतिशत की गिरावट में आयी। ब्रिटेन में 23 जून को जनमत संग्रह होना है जिसमें यह तय होगा कि वह आगे यूरोपीय संघ में रहेगा या नहीं। घरेलू बाजार पर शुरू से ही दबाव रहा।
बीएसई का सेंसेक्स 167.48 अंक नीचे 26,468.27 अंक पर खुला। इसके बाद इसमें लगातार गिरावट देखी गई। निक्की भी 67.80 अंक गिरकर 8,102.25 अंक पर खुला। आगे के कारोबार में इसका भी ग्राफ लगातार नीचे उतरता गया। खुदरा मँहगाई के आज शाम जारी होने वाले आँकड़े को लेकर भी निवेशक आशंकित हैं। माना जा रहा है कि इसमें और बढ़ोतरी हो सकती है। अप्रैल में औद्योगिक उत्पादन घटने के सरकारी आँकड़े आने से इंडस्ट्रियल्स समूह में सबसे ज्यादा 1.89 प्रतिशत की गिरावट रही। रियलिटी समूह 1.78 तथा पावर और बैंकिंग दोनों 1.75 प्रतिशत गिर गये। बाजार में बिकवाली का जोर चौतरफा रहा। सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से 25 लाल निशान में हैं। टाटा मोटर्स के शेयर चार प्रतिशत से अधिक गिर चुके हैं। आईसीआईसीआई बैंक, टाटा स्टील, एक्सिस बैंक और भेल के शेयर भी तीन फीसदी या इससे अधिक लुढ़क गये। हालाँकि, दवा कंपनियाँ ल्यूपिन और डॉ. रेड्डीज लैब हरे निशान में हैं। मिडकैप और स्मॉल कैप भी लगभग एक प्रतिशत उतर चुके हैं।

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