- सर्वाईकल कैन्सर व एनिमिया की रोकथाम हेतु स्वास्थ्य शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग तथा महिला डाॅक्टर्स शाखा झारखण्ड आइएमए के संयुक्त तत्वावधान में सदर अस्पताल तीन दिवसीय शिविर का आयोजन
- सर्वाईकल कैन्सर व एनिमिया की रोकथाम हेतु सदर अस्पताल तीन दिवसीय शिविर का आयोजन
कैन्सर अब लाईलाज नहीं है, आवश्यकता है जागरूकता अपनाकर प्राथमिक स्तर पर भी इसे पहचानकर इसका समुचित इलाज करवाया जाय। महिलाओं में सर्वाईकल कैन्सर व एनिमिया की रोकथाम हेतु स्वास्थ्य शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग तथा महिला डाॅक्टर्स शाखा झारखण्ड आइएमए के संयुक्त तत्वावधान में दिन मंगलवार को सदर अस्पताल दुमका में आहुत मेगा कैम्प के उद्घाटन के अवसर पर उपरोक्त बातें समाज कल्याण, महिला एवं बाल विकास मंत्री डाॅ0 लोईस मरांडी ने कही। मंत्री डाॅ0 लोईस मरांडी ने कहा कि संथाल परगना क्षेत्र में सर्वाइकल कैन्सर व एनीमिया रोग के प्रति महिलाओं में जागरूकता लाने तथा रोकथाम हेतु स्वास्थ्यमंत्री का यह प्रयास सराहनीय है। विधायक निधि से वीआईए स्क्रिनिंग एवं कोल्पोस्कोपी डायग्नोस्टिक जाँच केन्द्र खोले जाने की घोषणा इस अवसर पर की गई। आम नागरिकों से अपील करते हुए मंत्री ने कहा कि वे बीमारियों को छिपाएँ नहीं बल्कि उसकी जाँच कराकर उसका मुकम्मल इलाज करवाएँ। हरियाली पर्व के अवसर पर से 5-5 पौधे लगाए जाने की अपील करते हुए कहा इससे हरियाली बनी रहेगी तथा ताजी हवा का सेवन भी लोग प्राप्त करते रहेगें। उप राजधानी दुमका के सदर अस्पताल में डाॅक्टरांे की कमी को दूर करने की अपील डा0 मराण्डी ने स्वास्थ्य मंत्री से की। मंत्री डा0 मराण्डी ने कहा कि दुमका में कोई अच्छा सर्जन नहीं है, फलतः बेहतर इलाज के लिए लोगों को बाहर जाना पड़ता है।
अपने संबोधन में सूबे के स्वास्थ्य मंत्री रामचन्द्र चन्द्रवंशी ने कहा कि सरकार व वीमेन डाक्टर्स विंग आइएमए, झारखंड के द्वारा संथाल परगना क्षेत्र में महिला स्वास्थ्य की दिशा में किया गया यह पहला प्रयोग है जिसमें बड़ी संख्या में महिला रोगियों की जाँच की गई। उन्हें मुफ्त दवाइयाँ भी दी गईं। मंत्री चंद्रवंशी ने कहा कि कई बार डॉक्टर्स इन्फेक्शन को कैंसर समझ कर बच्चेदानी निकाल देते हैं। कम उम्र की महिलाओं की बच्चेदानी निकाल देने से उनमें कई प्रकार की शारीरिक समस्यायें उत्पन्न हो जाती है, ऐसा महिला चिकित्सक जानबूझ कर नहीं करतीं, बल्कि उनमें प्रशिक्षण का अभाव होता है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग वीमेन डक्टर्स विंग आइएमए, झारखंड के संयुक्त तत्वावधान में हर जिले के सदर अस्पताल एवं सामुदिक स्वास्थ्य केन्द्रों में काम कर रही है तथा डॉक्टरो को प्रशिक्षण भी दे रही है। सभी सदर अस्पताल में कोल्पोस्कोपे भी उपलब्ध कराया जा रहा ताकि कैंसर को जड़ से खत्म किया जा सके। उन्होने कहा यह एक प्रीवेंटेबल कैन्सर है, शुरुआती दौर में इसका पता लगने पर पूरी तरह से इसका इलाज संभव है। भारत में प्रति वर्ष लगभग 1,22,844 महिलायें सर्वाइकल कैंसर से ग्रसित रहती हैं जिनमें से लगभग 67,000 महिलाओं की मौत सर्वाइकल कैंसर से प्रति वर्ष हो जाती है। सर्वाइकल कैंसर से बचाब के लिए 9 से 13 की उम्र में लड़कियों को एचपीवी वैक्सीन का तीन इंजेक्शन 6 महीने के अन्तराल पर दिया जाता है लेकिन यह दुर्भाग्य की बात है की सर्वाइकल कैंसर की वजह से इतनी मौत होने के बावजूद भारत, पाकिस्तान, बंगलादेश व श्रीलंका जैसे देशों में इसे नेशनल वैक्सीनेशन प्रोग्राम के तहत शामिल नहीं किया गया है, जबकि 100 देशों में यह बीमारी उनके नेशनल वैक्सीनेशन प्रोग्राम में शामिल है। उन्होंने कहा कि 45 से 50 वर्ष तक की उम्र के बीच की महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर होता है।
यह गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर एक यौन संचारित ह्यूमन पेपिलोमा डीएनए 16/18 वायरस से होता है। इसके लिए महिलाएँ दोषी नहीं है। यह वायरस पहले शारीरिक सम्बन्ध से महिलाओं के शरीर में प्रवेश कर जाता है जिसमें से 5 प्रतिशत महिलाओं में यह लम्बे समय तक रहता है तथा इनमें से 1 प्रतिशत से कम महिलाओं में यह लम्बे समय के बाद कैंसर का रूप ले लेता है। अगले बजट में झारखण्ड के सभी जिलों में कैन्सर जाँच केन्द्र खोले जाने की बात हेल्थ मिनिस्टर श्री चंद्रवंशी ने कही। उन्होंने कहा दुमका, हजारीबाग व पलामू में शीघ्र ही मेडिकल काॅलेज खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी। एम्स की शाखा संथाल परगना के ही किसी एक जिले में खोली जाएगी। 108 नं0 पर डायल कर अपनी बीमारी के संबंध में डाॅक्टर से सलाह मशविरा करने की अपील मंत्री ने आम लोगों से की। टेली मेडिसीन की सुविधा यथाशीघ्र उपलब्ध कराने का आश्वासन मंत्री ने दिया। हरियाली दिवस के अवसर पर प्रत्येक जन से 5-5 पौधा लगाने की अपील की मंत्री चंद्रवंशी ने की। आईएमए महिला चिकित्सक शाखा की अध्यक्ष डाॅ0 भारती कश्यप ने कहा कि संथाल हूल के अवसर पर आयोजित तीन दिवसीय हेल्थ हूल प्रमण्डल के पहाड़िया व संताल जनजाति की महिलाओं के लिए संजीवनी का काम करेगा। विदित हो त्रिदिवसीय इस शिविर में आयरन व फोलिक एसिड की दवाएं मुफ्त में बांटी जा रही है। ग्रावास्य ग्रीवा के इन्फेक्शन व लिकोरिया के लिए कीट 2 एवं कीट 6 की गोलियाँ मुफ्त बांटी जा रही है। उदेश्य है सर्वाइकल कैंसर के प्रतिशत को कम करना एवं एनीमिया की रोकथाम। विदित हो, देश में सबसे ज्यादा सर्वाइकल कैंसर से महिलाओं की मौत होती है। उन्होंने बताया कि देश में प्रतिवर्ष लगभग 67000 महिलाओं की मौत सर्वाइकल कैंसर से होती है तथा 22844 महिलाएँ सर्वाइकल कैंसर से ग्रसित हो जाती है। चाइल्ड बेअरिंग ऐज की 70 प्रतिशत महिलाएँ हमारे देश में एनीमिया से ग्रसित है। डाॅ0 कश्यप ने कहा कि सर्वाइकल कैंसर देश में महिलाओं की कैंसर से होने वाली मृत्यु का सबसे बड़ा कारण है, क्योंकि हमारे यहाँ गरीबी की वजह से महिलाओं के शरीर में सर्वाइकल कैंसर के एचपी वाईरस से लड़ने के लिए प्रतिरोधात्मक शक्ति नहीं है।
जननांग की साफ-सफाई नहीं करना भी इस रोग का एक प्रमुख कारण है। जल्दी शादी होने की वजह से ह्यूमन पेपिलोमा वायरस से एक्सपोजर भी कम उम्र में ही हो जाता है। प्रत्येक सदर अस्पताल एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में वाया स्क्रीनिंग एवं काल्पो स्कोपी की व्यवस्था की मांग डा0 कश्यप ने की। सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग के लिए वाया स्क्रीनिंग पैप टेस्ट से सस्ता एवं कारगर विकल्प है। काल्पो स्कोप की सहायता से सर्विक्स के डिजीज के कन्फर्मेशन के लिए बायोप्सी ले सकते हैं एवं प्री कैंसर स्टेज में सर्विक्स यानी बच्चेदानी के मुँह को बर्फ की सेंक भी दे सकते हैं। इसके लिए हम जहाँ भी कैंप लगा रहे हैं साथ ही साथ महिला रोग चिकित्सकों को प्रशिक्षण भी दिलवा रहे हैं। उन्होंने समाज कल्याण मंत्री से अनुरोध किया कि संथालपरगना के सदर अस्पतालों में काल्पो स्कोप की सुविधा उपलब्ध करायें ताकि समय पर प्रशिक्षित डॉक्टरों द्वारा प्री कैंसर स्टेज में ही डायग्नोसिस हो जाए एवं बर्फ की सेंक दी जा सके एवं युवावस्था में ही महिलाओं को बच्चादानी निकालने की स्थिति से बचाया जा सके।इस अवसर पर अपने संबोधन में कैन्सर के प्रसिद्ध चिकित्सक डाॅक्टर रंजीत मंडल ने अपने संबोधन में कहा कि सर्वाइकल कैन्सर से अधिकांष मौतें जागरूकता में कमी के कारण से होती है। उन्होंने कहा कि झारखण्ड सरकार कैन्सर रोग के प्रति जागरूकता लाने हेतु या प्रशिक्षण हेतु मुझे जब भी आमंत्रित करेगी मैं सहर्ष अपनी सेवा दूँगा। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री रामचन्द्र चन्द्रवंशी ने डीपीएम दुमका राकेश आनन्द, सिविल सर्जन दुमका बी के साहू, अध्यक्ष, वीमेन डक्टर्स विंग आइएमए, झारखंड, डाॅ0 भारती कश्यप को स्मृतिचिन्ह प्रदान किया तथा समाज कल्याण मंत्री ने डाॅ0 रूबी कुमारी, डाॅ0 रूबी अनुपमा सोरेन, डाॅ0 स्वेता बाखला, डाॅ0 संजय कुमार, सुनील कुमार गुप्ता को कैम्प की सफलता में सराहणीय योगदान के लिए प्रशस्ति-पत्र दिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री गम्भीर बीमारी इलाज योजना के तहत पुष्पा देवी, नसरीन खानम व संध्या मालती देवी को ढाई-ढाई लाख रूपये का चेक प्रदान किया गया। स्वास्थ्य मंत्री ने एनएसवी वैन को हरी झंडी दिखलाकर शुभारंभ किया। इससे पूर्व अतिथियों का पुष्प गुच्छ व लोक गीत-नृत्य की प्रस्तुति से भव्य स्वागत किया गया। बाद में दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन सिविल सर्जन बी के साहा ने किया। दोनो मंत्रियों सहित आगन्तुक सभी अतिथियों ने एक प्रख्यात नेत्र चिकित्सक होते हुए भी सर्वाईकल कैन्सर व एनिमिया के प्रति डाॅ0 भारती कश्यप द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की। स्वास्थ्य मंत्री रामचन्द्र चंद्रवंशी, समाज कल्याण मंत्री झारखण्ड, डाॅ0 लोईस मरांडी, नगर पर्षद अध्यक्षा अमिता रक्षित, आईएमए महिला शाखा की अध्यक्ष डाॅ0 भारती कश्यप, आरडीडी स्वास्थ्य डाॅ0 रंजीत मंडल, डाॅ0 योगेन्द्र महतो आदि अनेक गणमान्य उपस्थित थे।
(अमरेन्द्र सुमन)


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