झूलों में झूलने और झुलाने से विदेश नीति मजबूत नहीं होती : लालू - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


सोमवार, 27 जून 2016

झूलों में झूलने और झुलाने से विदेश नीति मजबूत नहीं होती : लालू

lalu-teach-modi-the-foreign-policy
पटना 26 जून, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने भारत को परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) की सदस्यता नहीं मिलने को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तंज कसते हुए आज कहा कि केवल झूलों में झूलने और झुलाने से विदेश नीति मजबूत नहीं होती । श्री यादव ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर लिखा , “ झूलों में झूलने और झुलाने से विदेश नीति मजबूत नहीं होती। प्रधानमंत्री को विदेश नीति छोड़ स्वंय की प्रचार नीति में ज्यादा रूची है। एक अन्य ट्वीट में श्री यादव ने लिखा , “ विदेश नीति पूरी तरह से अलग, व्यापक और गंभीर विषय है। इसे नारे या प्रायोजित आयोजनों आवश्यकता नहीं है।” उल्लेखनीय है कि केंद्र की मोदी सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद चीन के विरोध की वजह से भारत 48 देशों के एनएसजी समूह में दाखिल नहीं हो पाया। इस विशिष्ठ समूह में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी ने अपने हाल के विदेशी दौरों में काफी जोर लगाया था। वहीं श्री यादव ने संभवत: साल 2014 में भारत दौरे पर आए चीन के राष्ट्रपति के साथ पीएम मोदी के झूले वाले फोटो के आधार पर यह ट्वीट किया है। 

कोई टिप्पणी नहीं: