मेक्सिको सिटी, 09 जून, स्विट्जरलैंड और अमेरिका के बाद मेक्सिको ने परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी)में भारत की दावेदारी का आज समर्थन किया जिससे इस समूह में शामिल होने के उसके प्रयासों को बल मिला है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मेक्सिको के राष्ट्रपति एनरिक पेना नीतो को इस समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने श्री नीतो के साथ बैठक कर राजनीतिक, आर्थिक, वैश्विक और द्विपक्षीय मुद्दों पर विस्तृत विचार-विमर्श किया। बैठक के बाद दोनों नेताओं ने संयुक्त बयान जारी करके कहा कि उन्होंने परमाणु निरस्त्रीकरण के साझा लक्ष्यों को मिलजुल कर पूरा करने का संकल्प लिया है और आतंकवाद के सभी रूपों की कड़ी निंदा करने के साथ ही संयुक्त राष्ट्र को एक प्रभावी बहुपक्षीय प्रणाली बनाने के महत्व पर जोर दिया।
श्री मोदी ने मीडिया के समक्ष अपने बयान में कहा “मैं एनएसजी में भारत की दावेदारी को सकारात्मक एवं रचनात्मक समर्थन देने के लिए राष्ट्रपति पेना नीतो काे धन्यवाद देता हूं। परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में भारत को प्रवेश देने के संबंध में आज ही वियना में 48 देशों के परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह की पूर्ण बैठक में विचार किया जाएगा। श्री पेना नीतो ने श्री मोदी से राष्ट्रपति भवन में अपनी बातचीत के दौरान कहा कि वह परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में शामिल होने के भारत के हित को समझते हैं। उन्होंने कहा कि एक देश के रूप में हम भारत के इस प्रयास का ठोस तथा रचनात्मक समर्थन करते हैं। मेक्सिको परमाणु निरस्त्रीकरण तथा परमाणु अप्रसार के प्रति भारत की प्रतिबद्धता का भी समर्थन करता है। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ श्री मोदी की वार्ता के बाद भारत का मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था में भी शामिल होना निश्चित हो गया है। दोनों समूहों में शामिल होने से भारत को परमाणु अनुसंधान तथा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आदान-प्रदान का अधिक अवसर मिल सकेगा। चीन परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में भारत को शामिल किये जाने के विरूद्ध है।

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