सिडनी, 12 जून, विश्व की आठवें नंबर की खिलाड़ी सायना नेहवाल ने रविवार को यहां सात लाख 50 हजार डालर की ईनामी राशि वाले आस्ट्रेलियन ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट में चीन की सून यू को पराजित कर महिला एकल का खिताब अपने नाम कर लिया। रियो ओलंपिक में भारत की पदक उम्मीद सातवीं सीड सायना ने महिला एकल सेमीफाइनल के एक घंटे 11 मिनट तक चले संघर्षपूर्ण मैच में गैर वरीय सून यू को 11-21 21-14 21-19 से पराजित कर खिताब पर कब्जा किया। टूर्नामेंट में बाकी भारतीय खिलाड़ियों के बाहर हो जाने के बाद वही अकेली प्रतिनिधि बचीं थीं।
पिछले कुछ समय से चोट से जूझ रही सायना के लिये आस्ट्रेलियन ओपन वर्ष का पहला खिताब है। इसके अलावा यह सायना का दूसरा आस्ट्रेलियन ओपन खिताब भी है। भारतीय खिलाड़ी यहां आने से पहले हुये इंडोनेशिया ओपन के क्वार्टरफाइनल तक ही पहुंच सकीं थीं। वहीं सायना 2016 में इंडिया ओपन सुपर सीरीज,मलेशिया सुपर सीरीज, स्विस ओपन ग्रां प्री और एशियाई चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में पराजित हुई थीं। इसके अलावा वह ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप के क्वार्टरफाइनल में हार गई थीं। रियो ओलंपिक से पहले सायना की यह जीत काफी मायने रखती है जो उनके मनोबल को भी बढ़ायेगी। विश्व की 12वें नंबर की खिलाड़ी के खिलाफ सायना की यह करियर के अब तक सात मुकाबलों में छठी जीत है। सातवीं सीड सायना सून को गत वर्ष ही चार बार चाइना ओपन, आस्ट्रेलियन ओपन, मलेशिया ओपन तथा ऑल इंग्लैंड ओपन में हरा चुकीं हैं। चीनी खिलाड़ी ने एकमात्र बार वर्ष 2013 में सायना को चाइना ओपन में पराजित किया था। नवंबर के बाद से अपना पहला फाइनल खेल रहीं भारतीय खिलाड़ी के लिये हालांकि मैच में शुरूआत खराब रहीं और वह सून से अपना पहला गेम लगभग एकतरफा अंदाज में 11-21 से हार गईं। लेकिन फिर बाकी के दोनों गेमों में कड़ा संघर्ष देखने को मिला और दोनों खिलाड़ियों ने एक एक अंक के लिये काफी जाेर आजमाइश की। सातवीं सीड सायना ने दूसरे गेम में 6-6, 7-7 पर बराबरी की। सायना ने फिर लगातार चार अंक लेकर 11-8 से बढ़त बनाई। उन्होंने इसके बाद लगातार बढ़त बनाकर रखी और 17-12 से बढ़त बनाई। आखिरी समय में 21-14 से गेम जीतकर स्कोर 1-1 की बराबरी पर पहुंचाया। तीसरे और निर्णायक गेम में 12वीं रैंकिंग की सून ने कुछ अधिक आक्रामकता दिखाई लेकिन सायना ने भी अपने गेम में और सुधार दिखाया। अपना दूसरा आस्ट्रेलियन ओपन खिताब जीतने के लिये काफी आतुर दिख रहीं ओलंपिक पदक विजेता भारतीय खिलाड़ी ने 8-10 से पिछड़ने के बाद 12-10 की बढ़त बनाई। सायना ने फिर 18-10 से सून को पीछे छोड़ा और आखिर में 21-19 से गेम और मैच जीत खिताब भी अपने नाम किया।
पिछले कुछ समय से चोट से जूझ रही सायना के लिये आस्ट्रेलियन ओपन वर्ष का पहला खिताब है। इसके अलावा यह सायना का दूसरा आस्ट्रेलियन ओपन खिताब भी है। भारतीय खिलाड़ी यहां आने से पहले हुये इंडोनेशिया ओपन के क्वार्टरफाइनल तक ही पहुंच सकीं थीं। वहीं सायना 2016 में इंडिया ओपन सुपर सीरीज,मलेशिया सुपर सीरीज, स्विस ओपन ग्रां प्री और एशियाई चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में पराजित हुई थीं। इसके अलावा वह ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप के क्वार्टरफाइनल में हार गई थीं। रियो ओलंपिक से पहले सायना की यह जीत काफी मायने रखती है जो उनके मनोबल को भी बढ़ायेगी। विश्व की 12वें नंबर की खिलाड़ी के खिलाफ सायना की यह करियर के अब तक सात मुकाबलों में छठी जीत है। सातवीं सीड सायना सून को गत वर्ष ही चार बार चाइना ओपन, आस्ट्रेलियन ओपन, मलेशिया ओपन तथा ऑल इंग्लैंड ओपन में हरा चुकीं हैं। चीनी खिलाड़ी ने एकमात्र बार वर्ष 2013 में सायना को चाइना ओपन में पराजित किया था। नवंबर के बाद से अपना पहला फाइनल खेल रहीं भारतीय खिलाड़ी के लिये हालांकि मैच में शुरूआत खराब रहीं और वह सून से अपना पहला गेम लगभग एकतरफा अंदाज में 11-21 से हार गईं। लेकिन फिर बाकी के दोनों गेमों में कड़ा संघर्ष देखने को मिला और दोनों खिलाड़ियों ने एक एक अंक के लिये काफी जाेर आजमाइश की। सातवीं सीड सायना ने दूसरे गेम में 6-6, 7-7 पर बराबरी की। सायना ने फिर लगातार चार अंक लेकर 11-8 से बढ़त बनाई। उन्होंने इसके बाद लगातार बढ़त बनाकर रखी और 17-12 से बढ़त बनाई। आखिरी समय में 21-14 से गेम जीतकर स्कोर 1-1 की बराबरी पर पहुंचाया। तीसरे और निर्णायक गेम में 12वीं रैंकिंग की सून ने कुछ अधिक आक्रामकता दिखाई लेकिन सायना ने भी अपने गेम में और सुधार दिखाया। अपना दूसरा आस्ट्रेलियन ओपन खिताब जीतने के लिये काफी आतुर दिख रहीं ओलंपिक पदक विजेता भारतीय खिलाड़ी ने 8-10 से पिछड़ने के बाद 12-10 की बढ़त बनाई। सायना ने फिर 18-10 से सून को पीछे छोड़ा और आखिर में 21-19 से गेम और मैच जीत खिताब भी अपने नाम किया।

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