राजस्व मण्डल के मोबाईल एप पर आदेशों की मिलेगी जानकारी
राजस्व मण्डल वर्ष 2014 से राजस्व मण्डल मध्यप्रदेश के सभी आदेशों को ऑनलाइन किया जा चुका है, जो राजस्व मण्डल की वेबासाईट पर उपलब्ध है। साथ ही राजस्व मण्डल, मध्यप्रदेश के आदेशों की प्रतियां एवं वाद सूची आदि राजस्व मण्डल के मोबाईल एप में उपलब्ध है। उक्त मोबाईल एप i google play store पर board of revenue mp के नाम से उपलब्ध हैं इस मोबाईल एप i www.boardofrevenue.mp.gov.inपर से भी डाउनलोड किया जा सकता है।
कृषकगण खरीफ फसलों की बुवाई से पूर्व जरूरी तैयारियां कर लें
कृषकगण खरीफ फसलों की बुवाई प्रारंभ होने से पहले ही सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर लें जिससे बारिश होने के उपरांत बुवाई के समय पर परेशानियों का सामना न करना पड़े। उपसंचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास ने किसानों को गर्मी के इस मौसम में खेतों में गहरी जुताई कराने की सलाह दी है, ताकि खेत के नीचे की मिट्टी ऊपर आ जाये तथा उसमें मौजूद बैक्टिरियां तेज धूप से नष्ट हो जाये। वर्षा मौसम प्रारंभ होने से पूर्व ही अपने कृषि यंत्रों की साफ-सफाई करके उनको ठीक कर लें और बीज, खाद आदि का भण्डारण भी कर लें। फसल की बुवाई से पूर्व बीजों को जैविक या रासायनिक फफूंदनाशी रसायन से अवश्य ही उपचारित करके बोये। ऐसा करने से फसले वृद्धि की प्रारंभिक अवस्था में भूमि जनित तथा अंकुरण उपरांत होने वाले रोगों से सुरक्षित रहती है। बीजोपचार करते समय कल्चर से भी आवश्यक रूप से उपचारित करें। कल्चर के प्रयोग से रासायनिक उर्वरको पर होने वाले व्यय में कमी की जा सकती है।
रोशनी क्लीनिक में किया गया 436 महिलाओं का परीक्षण
- शिविर मंे निःसंतानता की 504 महिलाएं चिन्हित तथा 134 का हुआ पूर्ण परीक्षण
ग्राम उदय से भारत उदय अभियान के अंतर्गत आयोजित ग्राम स्तरीय महिला स्वास्थ्य शिविरों में कुल 45 हजार 24 महिलाओं तथा किशोरी बालिकाओं के स्वास्थ्य का परीक्षण किया गया। गत 11 अप्रेल से 31 मई तक आयोजित 1070 शिविरों में 11 हजार 125 गर्भवती महिलाओं तथा 27 हजार 592 अगर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य का परीक्षण चिकित्सा दल द्वारा किया गया। इस दौरान 6 हजार 307 किशोरी बालिकाओं के स्वास्थ्य का परीक्षण कर उन्हें समुचित उपचार एवं जरूरी दवाएं उपलब्ध कराई गई। ग्राम, ब्लाॅक एवं जिला स्तर पर आयोजित इन शिविरों में निःसंतानता से संबंधित 504 महिलाएं चिन्हित की गई जिनमें से 134 का सूक्ष्म परीक्षण एवं सभी आवश्यक जांचे जिला स्तर पर आयोजित रौशनी क्लीनिक में की गई। उक्त जानकारी आज ए.एन.एम.प्रशिक्षण केन्द्र में आयोजित पत्रकार वार्ता मंे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.आर.के.गुप्ता तथा जिला स्वास्थ्य अधिकारी एवं शिविर के नोडल अधिकारी डाॅ. दिलीप कटेलिहा द्वारा मीडिया प्रतिनिधियों को संयुक्त रूप से दी गई। पत्रकार वार्ता स्थानीय मीडिया प्रतिनिधियों सहित जिला टीकाकरण अधिकारी डाॅ.ए.के.जैन, डिप्टी मीडिया अधिकारी सुश्री उषा अवस्थी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री जुनेद कमाल, जिला मीडिया सलाहकार श्री शैलेश कुमार उपस्थित थे। पत्रकार वार्ता में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.आर.के.गुप्ता बताया कि ग्राम उदय से भारत उदय अभियान के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में कुल 1017 तथा शहरी क्षेत्रों में कुल 53 महिला स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया गया। शिविर के नोडल अधिकारी डाॅ. दिलीप कटेलिहो ने मीडिया प्रतिनिधियों को बताया कि आयोजित इन शिविरों में 11 हजार 125 गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य का परीक्षण किया गया जिससे सीहोर जिले को प्रदेश में इसके लिए तीसरा स्थान प्राप्त हुआ वहीं अगर्भवती कुल 27 हजार 592 महिलाओं को स्वास्थ्य परीक्षण किए जाने से जिले को प्रदेश में पांचवा स्थान प्राप्त हुआ। डाॅ.कटेलिहा ने एक सवाल के जवाब में बताया कि इन शिविरों से विशेषज्ञ जांच एवं उपचार के लिए 4924 महिलाओं को ब्लाॅक एवं जिला स्तर पर आयोजित शिविरों के लिए रेफर किया गया। इन शिविरों मंे 554 गर्भवती महिलाओं को एनीमिया के लिए चिन्हित किया गया। वहीं उच्च रक्तचाप से संबंधित 112, हाई रिस्क 1106, खून की कमी से संबंधित 328 अगर्भवती महिलाएं,उच्च रक्तचाप की 507,डाॅयबिटीज से संबंधित 131, निसंतानता की 504, व स्तन कैंसर से संबंधित 54 तथा बच्चे दानी के मुंह का कैंसर से संबंधित 13 महिलाओं को चिन्हित कर उन्हें जिला स्तरीय रौशनी क्लीनिक में समुचित उपचार एवं जांच के लिए रेफर किया गया। डाॅ.गुप्ता ने पत्रकार वार्ता में बताया कि अन्य रोगों से संबंधित 1616 महिलाओं को इन शिविरों में चिन्हित किया गया है। जिला स्तर पर संचालित रौशनी क्लीनिक मंे निःसंतानता से संबंधित 134, डाॅयबिटीज की 11,हाॅयपर टेंशन 5, कैंसर की 37,यूटेरस प्रोलेप्स की 47,ए.एन.सी 42 तथा अन्य बीमारियांे से संबंधित 160 इस प्रकार कुल 436 महिलाओं के स्वास्थ्य का परीक्षण कर उन्हें उचित उपचार एवं समुचित जांच सुविधा विभागीय स्तर पर उपलब्ध कराई गई है। इन शिविरों में 7749 गर्भवती महिलाआंे को एल्बेंडाजाॅल टेबलेट,8962 महिलाओं को आयरन की गोली शिविर स्थल पर चिकित्सा दल द्वारा उपलब्ध कराई गई।
बाल सुरक्षा माह पर मीडिया कार्यशाला संपन्न, 21 जून से 21 जुलाई 2016 तक संचालित होगा बाल सुरक्षा माह
जिले में 21 जून से 21 जुलाई,2016 तक बाल सुरक्षा माह का आयोजन अभियान के तौर पर किया जाएगा। इस अभियान के दौरान 9 माह से 5 साल तक आयु वर्ग के बच्चों को विटामिन ए की खुराक समस्त आंगनबाड़ी सह आरोग्य केन्द्रों तथा समस्त स्वास्थ्य केन्द्रों पर पिलाई जाएगी। आज ए.एन.एम.प्रशिक्षण केन्द्र में बाल सुरक्षा माह से संबंधित मीडिया कार्यशाला को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकार डाॅ.आर.के.गुप्ता तथा जिला टीकाकरण अधिकारी डाॅ.ए.के.जैन ने संबोधित किया। मीडिया कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.आर.केे.गुप्ता ने बताया कि बाल सुरक्षा माह का मुख्य उद्देश्य बाल मृत्यु दर में कमी लाना है। डीआईओ डाॅ.ए.के.जैन ने मीडिया कार्यशाला में बताया कि प्रतिदिन लगभग 168 बच्चों की मृत्यु का कारण कुपोषण है। 18 प्रतिशत बच्चों की निमोनिया के कारण असमय मृत्यु होती है। 45 प्रतिशत बच्चों की मृत्यु पोषणात्मक कमियों के कारण, 9 प्रतिशत मलेरिया तथा 9 प्रतिशत बच्चों की मृत्यु का कारण जन्म के समय सांस में रूकावट है। पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में डाॅ.जैन ने बताया कि विटामिन ए अनुपूरण से रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है वहीं शरीर का संक्रमण और बीमारी से बचाव, वृद्धि एवं विकास मंे सहायक, त्वचा और आंखों को स्वस्थ रखना, रतौंधी, काॅर्नियाा का नष्ट होना एवं अंधत्व से बचाव, एनीमिया नियंत्रण में सहायक, मीजल्स से होने वाली मृत्यु में 50 प्रतिशत तक कमी तथा दस्त रोग से होने वाली मृत्यु में 40 प्रतिशत तक की कमी तथा विटामिन ए संपूरर्ण से बाल मृत्यु दर में 20 प्रतिशत गिरावट संभव है। सीएमएचओ डाॅ.गुप्ता ने मीडिया कार्यशाला मंे बताया कि ग्रामवार 5 से कम उम्र के बच्चों की नामजद सूची बनाने के निर्देश सभी एएनएम को दिए गए है जिसमें आशा व आंगनबाडी कार्यकर्ता द्वारा लक्षित बच्चों की सूची बनाकर सूक्ष्य कार्ययोजना जिला टीकाकरण शाखा को उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही विटामिन ए के अनुपूरण से 9 माह से 12 माह तक की उम्र के समस्त बच्चों में खसरे के टीके के साथ विटामिन ए का घोल 1 मि.ली.पिलाया जाना है। बाल सुरक्षा माह अभियान का उद्देश्य नियमित टीकाकरण सत्रों में छूटे हुए बच्चों का टीकाकरण व आंगनबाडी कार्यकर्ता द्वारा शून्य से 5 साल के समस्त छूटे हुए बच्चों की वृद्धि निगरानी एवं मातृ एवं बाल सुरक्षा कार्ड में प्रविष्टि प्रमुख है। अभियान में सौ प्रतिशत उपलब्धि का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस अवसर पर स्थानीय मीडिया प्रतिनिधियों सहित शहरी आशा व ए.एन.एम. को बाल सुरक्षा माह 2016 के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। इस अवसर पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.दिलीप कटेलिहा, डीपीएम जुनेद कमाल, डिप्टी मीडिया आॅफिसर सुश्री उषा अवस्थी, जिला मीडिया सलाहकार श्री शैलेश कुमार, जिला आरबीएस के समन्वयक सुश्री दीनू शर्मा, जिला डाटा प्रबंधक टीकारण श्री मनीष राठौर, बीएमओ आष्टा डाॅ.प्रवीण गुप्ता सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें