नयी दिल्ली 08 जून, पंजाब के युवकों में नशीले पदार्थ के सेवन की समस्या पर बनी फिल्म ‘उड़ता पंजाब’ को लेकर विवाद काफी बढ़ता जा रहा है । कांग्रेस,आम आदमी पार्टी और जनता दल यू के अलावा फिल्म जगत के भी कलाकारों ने इस फिल्म को रोके जाने की तीखी निंदा की है तो दूसरी तरफ सेंट्रल फिल्म प्रमाणन बोर्ड के अध्यक्ष पहलाज निहलानी ने इस फिल्म के निर्माता अनुराग कश्यप की आलोचनाओं को खारिज करते हुए उन्हें आम आदमी का एजेंट बताया है। श्री निहलानी ने यह भी कहा है कि उन्होंने किसी राजनीतिक दवाब के तहत इस फिल्म को पारित करने से नहीं रोका है । श्री कश्यप ने मुंबई में आज प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर सेंट्रल फिल्म प्रमाणन बोर्ड के फैसले की तीखी निंदा की है और इसे अभिव्यक्ति के अधिकार का हनन बताया है।
कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कल ही अपने बयान में इस फिल्म को सेंसर किये जाने की तीखी निंदा की थी और आज आप पार्टी के प्रवक्ता आशीष खेतान तथा जद यू के प्रवक्ता के सी त्यागी ने भी फिल्म के दृश्यों को काटे जाने का विरोध किया। श्री कश्यप ने बोर्ड द्वारा अपनी फिल्म के दृश्यों और नाम पर आपति किये जाने पर कल ट्वीट कर श्री निहलानी को तानाशाह बताया था । श्री निहलानी ने कहा कि श्री कश्यप को अपनी फिल्म में परिवर्तन कर बोर्ड के पास आना चाहिए था लेकिन वह मीडिया के पास चले गए .दरअ सल वो प्रचार पाने का स्टंट कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि वह फिल्म अगर काल्पनिक है तो उस फिल्म में किसी शहर का नाम क्यों दिखाया गया है। उन्होंने कहा कि वह बोर्ड के गाइडलाइन्स के हिसाब से काम कर रहे हैं । उन्होंने यह भी कहा कि वह फिल्म को सर्टिफिकेट देने के पक्षधर हैं लेकिन उसमे बदलाव किये जाने पर ही । श्री कश्यप ने श्री निहलानी के बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि यह बहुत दुखद है कि जो लोग किसी पार्टी के टुकड़ों पर पलते हैं वे मुझे कांग्रेस या आम आदमी पार्टी के एजेंट बता रहे हैं ।

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