नयी दिल्ली, 05 जुलाई, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि अपनी सरकार के पांच साल के कामकाज के बाद उसकी सफलता लोगों के जीवन में आए बदलाव के आधार पर ही परखेंगे। प्रधानमंत्री ने विभिन्न मीडिया संगठनों के पत्रकारों के सवालों के लिखित जवाब में कहा “मेरा उद्देश्य बदलाव लाना है। मेरे लिए सफलता का मतलब है कि बदली स्थितियों का अनुभव लोगों को हो। यदि परिवर्तन का एहसास सिर्फ मुझे ही होता है तो इसे मैं बदलाव नहीं मानूंगा।” श्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार लोगों में यह विश्वास पैदा करने में सफल रही है कि भ्रष्टाचार समाप्त हो रहा है। उन्होंने कहा “कुछ वर्ष पहले इस तरह के बदलाव की कल्पना नहीं की जा सकती थी लेकिन अब बदलाव नजर आने लगे हैं और मेरी सरकार हर स्तर पर भ्रष्टाचार को समाप्त करने का प्रयास कर रही है।” प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका काम देश की छवि में सुधार लाना है और वह अंतरराष्ट्रीय फलक के बीच भारतीय दृष्टिकोण के साथ विकास करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि उनके लिए देश के विकास में जिस गति से हवाई अड्डों का विकास करना है उसी महत्ता के साथ शौचालयों का निर्माण करना है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विदेशी निवेश को आकर्षित करने को अपनी सरकार की बड़ी सफलता बताते हुए कहा कि वह एफडीआई से और आगे जाकर काम करने के बारे में विचार कर रहे हैं। उनका कहना था कि रियल एस्टेट नियामक अधिनियम तथा दिवालिया जैसे कानून बनाने का उनकी सरकार का मकसद शासन के स्तर पर सुधार लाना है। उन्होंने कहा कि सरकार ई-गवर्नेंस के जरिए पर्यावरण से आयकर तक प्रशासनिक स्तर पर धीरे धीरे सुधार ला रही है। उन्होंने बेटी बचाओ, बेटी पढाओ जैसी महिला सशक्तिकरण की विभिन्न योजनाओं को अपनी सरकार की सफलता बताया और कहा कि इससे स्पष्ट है कि सरकार समावेशी विकास के लिए काम कर रही है। श्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार जमीनी हकीकत को समझती है इसलिए मजबूती से जमीन पर खड़े होकर काम कर रही है लेकिन उनका मकसद अंतरराष्ट्रीय स्तर का विकास हासिल करना है।

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