बिहार बंद को लेकर माले ने वाम दलों व प्रगतिशील ताकतों से मांगा समर्थन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


बुधवार, 6 जुलाई 2016

बिहार बंद को लेकर माले ने वाम दलों व प्रगतिशील ताकतों से मांगा समर्थन

  • बंद की तैयारी को लेकर माले राज्य कार्यालय में हुई बैठक

cpi-ml-logo
पटना 6 जुलाई 2016, टाॅपर घोटाले की उच्चस्तरीय राजनीतिक संरक्षण, शिक्षा नीति की विफलता और उसके आपराधिक पहलू की संपूर्णता में जांच के लिए न्यायिक आयोग के गठन के सवाल पर माले ने 11 जुलाई के बिहार बंद में वाम दलों व अन्य प्रगतिशील ताकतों से सक्रिय समर्थन मांगा है. माले राज्य सचिव कुणाल ने सीपीआई, सीपीआईएम, एसयूसीआइसी, फारवर्ड ब्लाॅक व आरएसपी के राज्य सचिव के नाम पत्र लिखकर कहा है कि बिहार में शिक्षा को बचाने की चुनौती आज सबसे बड़ी चुनौती बन गयी है. शिक्षा के नाम पर जो गोरखध्ंाधा चल रहा है, उसने बिहार न केवल बिहार के छात्र-युवाओं बल्कि पूरे बिहार को अंधकारमय कर रहा है. इसके खिलाफ सभी ताकतों को एक साथ लड़ाई के मैदान में उतरना होगा. उन्होंने यह भी कहा कि लालू-नीतीश ‘सामाजिक न्याय’ की नहीं सामाजिक अन्याय की सरकार है. यह कैसी सामाजिक न्याय की सरकार है जो दलितों व वंचित तबके के छात्रों की ही छात्रवृत्ति काट रही है. उन्हें शिक्षा से बेदखल कर रही है और समाज में आगे आने से उन्हें रोक रही है. उन्होंने कहा कि हमने प्रगतिशील, अंबेदकरवादी, बुद्धिजीवियों और अन्य शिक्षाविद्ों से भी अपील की है कि इस पूरे प्रकरण में शिक्षा नीति की विफलता के सवाल को प्रमुखता से आंदोलनों का हिस्सा बनाया जाए. हमारी मांग है कि मुचकुंद दूबे आयोग की सिफारिशों केा अविलंब लागू किया जाए, समान स्कूल प्रणाली लागू किया जाए.

बंद की तैयारी को लेकर माले राज्य कार्यालय में हुई बैठक
इधर, बंद की तैयारी को लेकर और बंद को पूरी तरह सफल बनाने के लिए माले राज्य कार्यालय में माले नेताओं और कार्यकर्ताओं की बैठक हुई. बैठक में माले राज्य सचिव कुणाल, पटना जिला सचिव अमर, केंद्रीय कमिटी सदस्य सरोज चैबे, राज्य कमिटी सदस्य अभ्युदय, उमेश सिंह, रणविजय कुमार, कमलेश शर्मा, नवीन कुमार, मुर्तजा अली, नसीम अंसारी आदि नेताओं ने भाग लिया. बैठक में तय किया गया कि आगामी बंद को लेकर मुहल्ला स्तर पर प्रचार अभियान संगठित किया जाएगा. 9-10 जुलाई को पूरे शहर में व्यापक प्रचार अभियान चलाया जाएगा और पर्चा, पोस्टर, माइकिंग के जरिए बिहार बंद को सफल बनाने की अपील की जाएगी. इस प्रचार अभियान में आइसा-इनौस के साथी स्कूल-काॅलेजों में कैंप करेंगे और सरकार की गलत शिक्षा नीति से आम जनता को वाकिफ करायेंगे.

कोई टिप्पणी नहीं: