पटना 05 जुलाई, भारतीय जनता पार्टी :भाजपा: के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने लोक जनशक्ति पार्टी के नेता रामविलास पासवान को बढ़ती उम्र के कारण केन्द्रीय मंत्रिमंडल से हटाने की राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की सलाह पर आपत्ति जताते हुए कहा कि जिस व्यक्ति की वास्तविक उम्र 75 वर्ष है और जो चारा घोटाले में सजायाफ्ता होने के कारण मुखिया तक का चुनाव नहीं लड़ सकता उसे दूसरों को नसीहत देने के बजाये अपने घर को संभालना चाहिए । श्री मोदी ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर आयोजित जनता के दरबार में पूर्व उप मुख्यमंत्री कार्यक्रम के दौरान संवाददाता सम्मेलन में कहा कि छात्र राजनीति के समय से ही वह श्री यादव के साथ काम करते रहे हैं इसलिए उनकी असली उम्र उन्हें मालूम है । भले ही वह हाल में अपना 67 वां जन्मदिन मनायें हों लेकिन उनकी वास्तविक उम्र 75 है । उन्होंने कहा कि श्री यादव देखने और उम्र में भी बूढ़े हो चुके हैं जबकि श्री पासवान अभी भी जवान दिखते हैं । गौरतलब है कि श्री यादव ने पिछले दिनों श्री रामविलास पासवान को वृद्ध बताते हुए उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटाने और उनकी जगह हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा :हम: के राष्ट्रीय संयोजक जीतन राम मांझी को मंत्री बनाने की सलाह प्रधानमंत्री और भाजपा नेतृत्व को दी थी।
श्री मोदी ने कहा कि श्री यादव चारा घोटाले में सजायाफ्ता होने के कारण खुद तो मुखिया तक का चुनाव भी नहीं लड़ सकते और उम्र भी 75 की हो गयी है इसलिए परिवारवाद को बढ़ावा देते हुए अपनी विरासत अपने छोटे बेटे को सौंप दिया है । उन्होंने कहा कि श्री यादव को अपनी पढ़ी लिखी बेटी मीसा भारती को बिहार का उप मुख्यमंत्री बनाना चाहिए था लेकिन उन्होंने अपने छोटे बेटे और नन मैट्रिक पास को उप मुख्यमंत्री बना दिया। भाजपा नेता ने कहा कि न जाने क्यों श्री यादव सार्वजनिक मंच पर भी अपनी बड़ी बेटी और बड़े बेटे की उपेक्षा करते रहते हैं । वैसे राजपाट सौंपने की परम्परा में भी यह दायित्व बड़े बेटे को मिलता था लेकिन श्री यादव के परिवार में इस परम्परा का भी पालन नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि बेहतर होगा कि श्री यादव अपने घर को संभालें न कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को नसीहत दें । श्री मोदी ने केन्द्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार के संबंध में कहा कि इससे सरकार के काम काज में और पारदर्शिता आएगी। इसमें प्रतिभावान लोगों को जगह दी गई है । उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के हाल के बयानों के संबंध में पूछे जाने पर कहा कि वह अपने ढंग से अपनी बात रखते रहे हैं यही उनका अंदाज है । श्री मांझी ने पिछले दिनों पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि राजनीति में कोई दोस्त और दुश्मन नहीं होता। जब श्री यादव और श्री नीतीश कुमार एक साथ हो सकते हैं तो वह क्यों नहीं ।

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