नयी दिल्ली 06 जुलाई, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आर्थिक संबंधों को मजबूत बनाने और ऊर्जा सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अफ्रीका महाद्वीप के चार देशों की यात्रा पर आज रवाना हो गये। श्री मोदी की अफ्रीका महाद्वीप के किसी देश में यह पहली यात्रा होगी। श्री मोदी मोजाम्बीक,दक्षिण अफ्रीका,तंजानिया और केन्या की यात्रा पर जाएंगे। विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि श्री मोदी के दक्षिण अफ्रीका की यात्रा के दौरान जोहानसबर्ग, पीटरमारित्ज़बर्ग और डरबन भी जाने की उम्मीद है। वह जोहानसबर्ग में प्रवासी भारतीयों के एक कार्यक्रम में भी शिरकत कर सकते हैं। प्रधानमंत्री सात जुलाई को मोजाम्बीक में राष्ट्रपति फिलिप न्यूसी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे और द्विपक्षीय संबंधों को मज़बूत बनाने और वहां के विकास के लिये सहयोग बढ़ाने पर चर्चा करेंगे। श्री मोदी आठ और नौ जुलाई को दक्षिण अफ्रीका की यात्रा पर होंगे जहां उनकी राष्ट्रपति जैकब जूमा एवं विभिन्न राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेताओं से बैठकें होंगी तथा भारत-दक्षिण अफ्रीका के ऐतिहासिक संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के प्रयास किये जायेंगे।
श्री मोदी ने रवाना होने से पहले कहा कि उनकी इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य अफ्रीकी देशों के साथ आर्थिक सहयोग और सांस्कृतिक संपर्क को बढ़ाना है। उन्होंने चार अफ्रीकी देशाें की यात्रा को भारत एवं अफ्रीका महाद्वीप के बीच आर्थिक सहयोग और सांस्कृतिक संपर्क बढ़ाने के लिये उपयोगी बताया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह भारत के साथ ऐतिहासिक रूप से प्रगाढ़ संबंध रखने वाला दक्षिण अफ्रीका देश का एक महत्वपूर्ण सामरिक साझीदार भी है। उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि महात्मा गांधी के दक्षिण अफ्रीका में प्रवास का उन पर और विश्व इतिहास पर क्या प्रभाव पड़ा। वह एक वकील के रूप में गये थे और मानवीय मूल्यों की एक सशक्त आवाज बन कर भारत लौटे जिन्होंने मानवता के इतिहास को बदल दिया।
प्रधानमंत्री दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को बढ़ाने के लिये भारत- दक्षिण अफ्रीका बिजनेस मीट को संबोधित करेेंगे। अन्य कार्यक्रमों में डरबन में एल्युमिनी नेटवर्क के साथ बैठक और डरबन के महापौर द्वारा डरबन सिटी हॉल में आयोजित एक स्वागत समारोह शामिल हैं। वह जोहानसबर्ग में आठ जुलाई को भारतीय समुदाय के एक कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। प्रधानमंत्री ने लोगों से अपने भाषण के लिये विचार ‘नरेन्द्र मोदी एप’ के माध्यम से देने की अपील की है।
प्रधानमंत्री दस जुलाई को तंजानिया जायेंगे जहां उनकी राष्ट्रपति जॉन पोम्बे जोसेफ मागुफुली से साझा हितों और द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के बारे में बातचीत होगी। श्री मोदी 11 जुलाई को केन्या जायेंगे। नैरोबी में उनकी राष्ट्रपति केन्याता से द्विपक्षीय बातचीत होगी। वह नैरोबी विश्वविद्यालय के छात्रों को संबोधित भी करेंगे।
पिछले साल अक्टूबर में हुए भारत-अफ्रीका मंच शिखर सम्मेलन के बाद प्रधानमंत्री की इस यात्रा से पता चलता है कि भारत का उद्देश्य इस महाद्वीप के देशों के बीच संबंधों को और प्रगाढ़ बनाना है। इससे इन देशों के साथ शीर्षतम राजनीतिक स्तर पर संपर्क और साझा हितों पर आपसी सहयोग एवं समझ भी बढ़ेगी।

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